कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिए छावनी इलाका हुआ सील


लखनऊ के कसाईबाड़ा इलाके में कई लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद इसके आस-पास के लगभग500मीटर इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। साथ ही छावनी इलाके में भी आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को छोड़कर बाकी सभी व्यक्तियों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है।



लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के कसाईबाड़ा इलाके में कई लोगों के कोरोना
वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद इसके आस-पास के लगभग 500 मीटर इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। साथ ही छावनी इलाके में भी
आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को छोड़कर बाकी सभी व्यक्तियों के प्रवेश पर पाबंदी
लगा दी गई है। जिलाधिकारी कार्यालय से रविवार को मिली जानकारी के मुताबिक
कसाईबाड़ा इलाके की एक मस्जिद में रह रहे कई लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित
पाए जाने के बाद उस मस्जिद के 500 मीटर के
दायरे को पूरी तरह सील कर दिया गया है।
इलाके में
लगा कर्फ्यू

 
इलाके में 48 घंटे का कर्फ्यू लगाए जाने की खबरों के बारे में जिला
प्रशासन का कहना है कि यह कर्फ्यू जैसा ही है। कसाईबाड़ा इलाके में कई लोगों के
कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद वहां के लोगों के छावनी क्षेत्र में
आवागमन को रोकने के लिए ऐसा किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रतिबंधित क्षेत्रों
में आपात सेवाओं से जुड़े लोगों के अलावा और कोई भी दाखिल नहीं हो सकता।

सेना ने
छावनी क्षेत्र को सुरक्षित रखने के लिए किया पुख्ता इंतजाम


इस बीच, सेना ने भी इस घटना के मद्देनजर अपने छावनी क्षेत्र को सुरक्षित रखने के
लिए पुख्ता तैयारी कर ली है। सेना की मध्य कमान के प्रवक्ता ने बताया कि सैन्य
स्टेशनों के अंदर कमान मुख्यालय और बटालियन के बेस वाले इलाके में बाहरी लोगों का
प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है। इन इलाकों में रक्षा कार्यालय बंद है।
यहां पहले से ही आवाजाही बंद रखी गई है। सेना की क्यूआरटी टीम, रखरखाव करने वाली टीम इत्यादि को छोड़कर बाकी सभी का आवागमन बंद कर दिया
गया है।

इलाके में
कर्फ्यू लगाए जाने के सवाल पर प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम सदर क्षेत्र में कर्फ्यू नहीं लगा सकते। सेना की शक्तियां सिर्फ अपने
स्टेशन में ही होती हैं। असैन्य क्षेत्र को शुक्रवार को ही पूरी तरह से सील कर
दिया गया था।’’



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