आपके महिला होने का प्रमाण कोई और दे, यह विचित्र बात है: तापसी पन्नू

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नई दिल्ली। अभिनेत्री तापसी पन्नू का कहना है कि उन्होंने जब जाना कि महिला खिलाड़ियों का लिंग परीक्षण होता है तो उन्हें बहुत आश्चर्य हुआ था। उन्होंने कहा कि उन्हें यह जानकर बहुत बुरा लगा और उन्होंने “रश्मि रॉकेट” फिल्म में अभिनय करने का निश्चय कर लिया जो एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी की कहानी पर आधारित है और खिलाड़ियों का लिंग परीक्षण करने पर सवाल खड़े करती है।

पन्नू की खेल में गहरी रुचि है और उन्होंने फिल्म में काम करने के लिए कड़ी शारीरिक मेहनत की। “रश्मि रॉकेट” में पन्नू एक ऐसी धावक की भूमिका निभा रही हैं जिस पर अपने लिंग के बारे में झूठ बोलने का आरोप लगा था और इसके चलते उसका करियर समाप्त हो गया था।

पीटीआई-भाषा को ‘जूम’ के माध्यम से दिए गए एक साक्षात्कार में पन्नू ने कहा, “मैं सभी प्रकार के खेल पसंद करती हूं लेकिन यह तथ्य है कि मैं इतनी बुरी चीज के बारे में नहीं जानती थी। और यह दशकों से हो रहा था और हाल में हुए ओलंपिक में भी हुआ था। इसलिए मेरे लिए यह जानना बेहद चौंकाने वाला था।”

पन्नू ने कहा, “यह कितना विचित्र है कि कोई और आपको यह बताये कि आप महिला हैं या नहीं। यह एक प्रकार से पहचान का संकट उत्पन्न होने जैसा है जहां आपको उस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए अपने महिला होने का प्रमाण देना पड़ता है जिसके लिए आपने पूरा जीवन प्रशिक्षण लिया। हम मंगल पर जाने की बात करते हैं। पता करने के निश्चित तौर पर और भी तरीके हैं और लिंग परीक्षण नहीं होना चाहिए जो केवल महिलाओं के लिए होता है।”

पन्नू ने “पिंक”, “मुल्क”, “मनमर्जियां” और थप्पड़ जैसी फिल्मों में अभिनय किया है। उन्होंने कहा कि वह ऐसी फिल्मों के प्रति आकर्षित होती हैं जो यथास्थिति पर सवाल उठाती हैं।

“रश्मि रॉकेट” का निर्देशन आकर्ष खुराना ने किया है और इसमें पन्नू के अलावा प्रियांशु पैन्यूली, सुप्रिया पाठक कपूर, अभिषेक बनर्जी और सुप्रिया पिलगांवकर ने भी अभिनय लिया है। फिल्म जी5 मंच पर शुक्रवार को रिलीज होगी।