आगरा। टी 20 विश्वकप में भारत पाकिस्तान के मैच में पाकिस्तान की जीत पर जश्न मनाने और देश विरोधी नारे लगाने के आरोपी तीन कश्मीरी छात्रों की गिरफ्तारी के बाद सियासत शुरू हो गई है। जम्मू-कश्मीर की महबूबा मुफ्ती ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कश्मीरी छात्रों की रिहाई की मांग की है। इसके अलावा उमर अब्दुल्ला ने तीनों छात्रों का केस न लड़ने के वकीलों के निर्णय पर एतराज जताया था। इसके बाद अब उत्तर प्रदेश में राज्य मंत्री और आगरा छावनी से विधायक डा. जीएस धर्मेश ने दोनों नेताओं का मानसिक संतुलन खराब होने और उन्हें आगरा के मानसिक आरोग्यशाला में भर्ती कराने का विवादित बयान दिया है।
समाज कल्याण राज्यमंत्री डा. जीएस धर्मेश ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने भारत की हार पर जीत का जश्न मनाने के आरोपी तीनों छात्रों की रिहाई की मांग करने पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती का ‘मानसिक संतुलन खराब’ होने की बात कही है। साथ ही उन्होंने कहा कि “दोनों को आगरा के मानसिक आरोग्यशाला में इलाज के लिए भर्ती कराया जाना चाहिए”।
आपको बता दें कि नेशनल कांफ्रेंस लीडर उमर अब्दुल्ला ने आगरा के वकीलों के फैसले को अस्वीकार्य बताया था। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि कश्मीरी छात्रों से दोस्ती करने के बजाय चुनाव के समय उनका राजनीतिक चारे के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। ये ठीक बात नहीं है। पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने भी कश्मीरी छात्रों पर राष्ट्रद्रोह लगाकर उन्हें जेल भेजे जाने पर योगी सरकार की आलोचना करते हुए तीनों छात्रों की रिहाई की मांग की थी।
(कामरान वारसी की रिपोर्ट)