
नई दिल्ली। देश में कोरोना के खिलाफ केंद्र समेत सभी राज्यों की सरकारों मिलकर काम किया। सरकार की इस मुहिम में भी देश के सामाजिक संगठनों ने भी अहम भूमिका निभाई। लॉकडाउन के समय में आईएसआरएन ने अपने सहयोगी संस्थाओं के माध्यम से जरूरतमंद लोगों को राहत देने के लिए प्रयासरत है।
संस्था ने प्रवासी श्रमिकों व जरूरतमंदों के लिए इस आपातकालीन स्थिति में सेवा के कई कार्य किए और सबसे अधिक प्रभावित समुदाय जो की दैनिक मजदूरी पर आश्रित हैं उन्हें संगठन ने अपनी विभिन्न पहलों के माध्यम से सरकार और अग्रिम पंक्ति के सेवा कार्यकर्ताओं को सहयोग के लिए भी सक्रिय है।
गौरतलब है कि आईएसआरएन ने गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा के स्लम बस्तियों और औद्योगिक क्षेत्रों में प्रवासी श्रमिकों को वितरित किए। इस पहल के माध्यम से अब तक 1200 लोगों की निरंतर मदद की गई है। कोविड-19 महामारी के दौरान लोगों की सुरक्षा के लिए कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए एक पहल के रूप में आईएसआरएन ने 32000 मॉस्क वितरित किए गए थे। गाजियाबाद के स्लम इलाकों में मॉस्क के वितरण के माध्यम से हजारों लोगों को जागरूक करने का काम किया गया।
आईएसआरएन ने देशभर में स्वैच्छिक संगठनों के साथ संवाद स्थापित किया, जिससे प्रदेशों में कार्य कर रही संस्थाओं को जागरूक कर कार्यों से जोड़ा जा सके। सांसद डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे, अध्यक्ष भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के मार्गदर्शन में कई संवाद आयोजित किए, जिनमें से प्रमुख रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तर-पूर्व और उत्तराखंड के 150 स्वैच्छिक संगठनों ने कोविड-19 के मुद्दे पर एवं उससे आने वाली चुनौतियों, प्रतिक्रिया और समाधान पर चर्चा की।
इसका परिणामस्वरूप स्वैच्छिक (सदस्यों और गैर-सदस्यों) ने प्रभावित लोगों और उसके परिवार की मदद करने के लिए लॉकडाउन और कोविड-19 की स्थिति में विभिन्न पहल और राहत कार्य किए हैं। इन पहलों को संस्था द्वारा सेवा वारियर्स पहल की झलक में संकलित और प्रलेखित किया गया है। जिसमें यह लॉकडाउन के दौरान लोगों और सरकार को समर्थन देने के लिए की गई गतिविधियों की एक समग्र तस्वीर दिखेगी।
आईएसआरएन वाशिंगटन विश्वविद्यालय के सहयोग से ग्लोबल कोविड-19 नेटवर्क का एक हिस्सा है, जिसने कोविड-19 महामारी के विभिन्न विषयों पर वेबिनार का आयोजन किया गया, जिसमें प्रमुख रूप से कोरोना वायरस के विरुद्ध तैयारी, बढ़ते प्रभाव, नैदानिक परीक्षण, टीके, संस्थानों और ऐसे अन्य विषयों की भूमिका जहां सम्मानित व अनुभवी वक्ताओं ने अपने अनुभव, सीखने और अंतर्दृष्टि साझा की। इस वेबिनार में दुनिया भर के प्रतिभागियों इटली, कंबोडिया, यूके, यूएसए ने भाग लिया।