नई दिल्ली । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को केरल के तिरुवनंतपुरम में दक्षिण क्षेत्रीय परिषद की बैठक की अध्यक्षता करेंगे जिसमें नदी जल बंटवारे, तटीय सुरक्षा, संपर्क और साझा हित के अन्य मुद्दों पर चर्चा होगी।
दक्षिण क्षेत्रीय परिषद में आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना और केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी शामिल हैं।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि बैठक में मुख्यमंत्रियों, मंत्रियों, मुख्य सचिवों, प्रधान सचिवों और सदस्य राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी तथा केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे।
उन्होंने कहा कि बैठक में नदी जल बंटवारे, तटीय सुरक्षा, कनेक्टिविटी, बिजली और साझा हित के अन्य मुद्दों पर चर्चा होगी।
स्थापित प्रक्रिया और परंपरा के अनुसार, क्षेत्रीय परिषद की बैठक से पहले परिषद की स्थायी समिति की एक बैठक होती है, जिसमें परिषद के समक्ष रखे जाने वाले एजेंडे पर विचार किया जाता है।
क्षेत्रीय परिषदें एक या अधिक राज्यों को प्रभावित करने वाले मुद्दों या केंद्र तथा राज्यों के बीच के मुद्दों पर व्यवस्थित तरीके से चर्चा के लिए एक मंच प्रदान करती हैं।
अधिकारी ने कहा कि पिछले आठ वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में क्षेत्रीय परिषदों और इसकी स्थायी समितियों की बैठकों की संख्या में तीन गुना वृद्धि हुई है।
देश में पांच क्षेत्रीय परिषदें हैं जिनकी स्थापना 1957 में राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 1956 की धारा 15-22 के तहत की गई थी।
केंद्रीय गृह मंत्री इन पांच क्षेत्रीय परिषदों में से प्रत्येक के अध्यक्ष होते हैं और मेजबान राज्य के मुख्यमंत्री (हर साल बारी-बारी से चयन) उपाध्यक्ष होते हैं।
प्रत्येक राज्य के दो और मंत्रियों को राज्यपाल द्वारा सदस्यों के रूप में नामित किया जाता है।