
लखनऊ/नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का मंगलवार सुबह लखनऊ के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। वह 85 वर्ष के थे। मेदांता अस्पताल के निदेशक डॉ राकेश कपूर ने बताया कि, ‘ टंडन का सुबह पांच बजकर 35 मिनट पर हृदयगति रूकने से निधन हो गया।’
कपूर ने बताया कि टंडन 11 जून को मेदांता अस्पताल में भर्ती हुए थे। जांचों में पता लगा कि वह यकृत के रोग से ग्रसित थे। धीरे धीरे उनके गुर्दे और यकृत ने काम करना बंद कर दिया था। उन्होंने बताया कि टंडन कई दिनों से जीवन रक्षक प्रणाली पर थे और तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मध्य प्रदेश के राज्यपाल एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता लालजी टंडन के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि उन्हें समाज की सेवा के लिए किए गए अथक प्रयासों के लिए सदा याद किया जाएगा।
मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘ श्री लाल जी टंडन को समाज की सेवा के लिए किए गए उनके अथक प्रयासों के लिए याद किया जाएगा। उत्तर प्रदेश में भाजपा को मजबूत करने में उनकी एक अहम भूमिका थी।’’मोदी ने कहा कि टंडन ने एक प्रभावी प्रशासक के रूप में अपनी पहचान बनाई और जन कल्याण को हमेशा महत्व दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि टंडन संवैधानिक मामलों के अच्छे जानकार थे। मोदी ने कहा कि दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी के साथ उनके करीबी संबंध थे।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘उनके निधन से दुखी हूं। इस शोकाकुल घड़ी में श्री टंडन के परिवार और शुभचिंतकों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। ओम शांति ।
लालजी टंडन के निधन पर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने गहरा शोक प्रकट करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और इसे पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति बताया। भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित पार्टी के तमाम नेताओं ने ट्वीट कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने टण्डन के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। राजभवन के एक प्रवक्ता के मुताबिक राज्यपाल ने अपने शोक संदेश में कहा, “लालजी टण्डन शालीन, मृदुभाषी एवं जमीन से जुड़े हुए व्यक्ति थे। उन्हें राजनीति का लम्बा अनुभव था। टण्डन के निधन से अपूरणीय क्षति हुई है।”
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने टण्डन के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। राजभवन के एक प्रवक्ता के मुताबिक राज्यपाल ने अपने शोक संदेश में कहा, “लालजी टण्डन शालीन, मृदुभाषी एवं जमीन से जुड़े हुए व्यक्ति थे। उन्हें राजनीति का लम्बा अनुभव था। टण्डन के निधन से अपूरणीय क्षति हुई है।”
इसके अलावा लालजी टंडन के निधन पर बसपा सुप्रीमो मायावती, समाजवादी पार्टी, कांग्रेस पार्टी सहित उड़ूीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक सहित दूसरे कई नेताओं ने भी गहरा शोक प्रकट किया।
टंडन के पुत्र एवं उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन ‘गोपाल जी’ ने जानकारी दी कि लालजी टंडन का अंतिम संस्कार गुलाला घाट चौक में शाम साढ़े चार बजे होगा। उल्लेखनीय है कि टंडन को सांस लेने में दिक्कत, बुखार और पेशाब संबंधी समस्या के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
Shri Lalji Tandon will be remembered for his untiring efforts to serve society. He played a key role in strengthening the BJP in Uttar Pradesh. He made a mark as an effective administrator, always giving importance of public welfare. Anguished by his passing away. pic.twitter.com/6GeYOb5ApI
— Narendra Modi (@narendramodi) July 21, 2020