गांधी द्वारा ब्रिटिश साम्राज्यवाद से भारत की मुक्ति के लिए ‘करो या मरो’ के आह्वान के साथ शुरू किया गया भारत छोड़ो आंदोलन अथवा अगस्त-क्रांति भी भारत की एक बड़ी घटना थी।
भाजपा के लिए भी यह एक अवसर है कि वह अपने को लोकतांत्रिक राजनीतिक पार्टी के रूप में फिर से अर्जित करे। अगर नई सरकार में संविधान, लोकतंत्र और नागरिक अधिकारों के हनन…
1857 के विद्रोह पर करीब 75 साल बाद लिखे गए पहले हिंदी उपन्यास का शीर्षक भी ‘गदर’ है। अमृतलाल नागर ने विद्रोह संबंधी ब्योरे एकत्रित किए तो उस पुस्तक का नाम ‘गदर के…
बुद्धिजीवी-वर्ग की आलोचना में किशन पटनायक काफी निर्मम हैं। लेकिन उसे ही वे समाज और सभ्यता का नियामक भी मानते हैं। लिहाजा, उनके चिंतन में यह आशा और प्रेरणा निहित है कि बुद्धिजीवी-वर्ग…
मनमोहन सिंह के जिन दो बयानों की चर्चा है, उनमें पहला दिसंबर 2006 का है, और दूसरा अप्रैल 2009 का है। यानि ये दोनों बयान सच्चर कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद के…
भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन और आम आदमी पार्टी के गठन के साथ राजनीति में यह प्रवृत्ति धूम-धाम से स्थापित की गई। जनता के राजनीतिक विवेक पर बोले गए उस जबरदस्त हमले में अभी का…
यह निहायत अफसोस की बात है कि सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने सर्वोच्च न्यायधीश को पत्र लिख कर मांग की है कि वे स्वत: संज्ञान लेकर “पापी” (एरींग) किसानों, जो जबरदस्ती दिल्ली में घुस कर दिल्ली…
कारपोरेट-कम्यूनल गठजोड़ की राजनीति हर पल नई सनसनी पैदा करते हुए आगे बढ़ती है। ताकि समाज विकल्प के विचार और संभावना के प्रति विस्मृति का शिकार बना रहे। यह बौद्धिक-वर्ग की भूमिका है…
कुदरत अपना खजाना सब पर लुटाती है। मनुष्यता की सभी खूबियां सभी को बांटती है। कोई भी ताला उन्हें बंद नहीं कर सकता। सुनते आए हैं राम कुदरत में रमे हुए हैं –…
तुलसी ने रामचरित के माध्यम से जीवन के कुछ ऐसे व्यावहारिक आदर्शों की प्रतिष्ठा भी की जिनके चलते जनमानस में उनके राम को इस कदर लोकप्रियता हासिल हुई है। डॉ. लोहिया ने यह माना…
लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा का मुकाबला करने के लिए विपक्ष ने ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूजिव अलाएंस) नाम से गठबंधन बनाया है। कांग्रेस से अलग मोर्चा बनाने कि संभावना अब नहीं लगती।…
गांधी-विशेषज्ञों को यह स्पष्ट करना है कि क्या गांधी ने फिलिस्तीन–इजराइल मामले में अरबों की हिंसा पर चुप्पी साधते हुए केवल यहूदियों को अहिंसा का उपदेश दिया है? क्या वे मुस्लिम-यहूदी विवाद में “महात्मा” के आसन…
दुनिया के अपेक्षाकृत तटस्थ और शांतिप्रिय माने जाने वाले देशों का भी बच्चों की लगातार जारी हत्याओं पर निर्णायक स्टेंड नहीं है। गांधी का देश संयुक्त राष्ट्र में यह नहीं कह पाया कि हमास को निपटाने से पहले…
एक और बात गौर की जा सकती है, अंग्रेजी नहीं जानने वाले लोग इनकी दुनिया के सदस्य नहीं बन सकते; उन्हें साम्राज्यवादी चाल के इन प्यादों का प्यादा बन कर रहना होता है। जनता की…
यह सही है कि समाज में नफरत, हिंसा और हत्याओं के अनवरत चक्र से चिंतित होकर सत्ता के शीर्ष पर स्थित प्रधानमंत्री से अविलंब हस्तक्षेप की गुहार लगाई जाए। अखबार ने वही किया…
न्याय के लिए संघर्ष के रास्ते पर महिला पहलवान अंतत: डर और लालच की मनोवृत्तियों से मुक्ति पा लेती हैं। इस अर्थ में उनके संघर्ष पर गम्भीरतापूर्वक विचार करने की जरूरत है।
यह अफसोस की बात है कि इतिहास और राजनीति-शास्त्र के विद्वान भी अक्सर गंभीर समझदारी नहीं दिखा पाते। समाचारों के नाम पर दिन-रात उत्तेजना परोसने वाले चैनलों ने ही राजनीतिक विमर्श के स्तर…
कर्पूरी ठाकुर अति पिछड़ी जाति से थे। फिर भी उन्होंने अपनी एक स्वतंत्र राजनीतिक हैसियत बनाई। कर्पूरी ठाकुर स्वतंत्रता आंदोलन और समाजवादी आंदोलन की संतान थे। उन्होंने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत हमेशा…
नार्थ कैंपस में करीब 20 साल पहले ही कॉफ़ी हाउस ख़त्म कर दिए गए थे। उन दिनों 'निरूला' का बहुत जोर था। अभी जहां दिल्ली विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ की को-ऑपरेटिव कैंटीन है, वहां…
आइए अशोका विश्वविद्यालय का ही उदाहरण लेते हैं। यह विश्वविद्यालय 'इलीट एजुकेशन हब' कहे जाने वाले राजीव गांधी एजुकेशन सिटी (आरजीइसी) में स्थित है। हरियाणा सरकार के राजीव गांधी एजुकेशन सिटी के निर्माण…
जगदीश जी से मेरा पहला परिचय 1989-1990 के आस-पास हुआ था। मैं और मेरी पत्नी मुंबई (उस समय बंबई) गए थे। हमें किंग एडवर्ड जॉर्ज मेमोरियल (केईएम) अस्पताल में काम था। हमारे पास…
इस लेख में सभी बातें दोहराव भर है. मैं 1991-92 से यह सब कहता आ रहा हूं. यह स्वाभाविक है कि कांग्रेस और आरएसएस/भाजपा को मेरी बातें पसंद नहीं आतीं. लेकिन ज्यादातर समाजवादी-सामाजिक…
सेना में नौजवानों की भर्ती की अग्निवीर योजना पर लोगों का गुस्सा सामने आने लगा. इस विषय में मैंने जब हिमाचल के कुछ अवकाश-प्राप्त फौजियों से चर्चा की तो वे इसके खिलाफ काफी…
धर्मनिरपेक्ष खेमे ने भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन की बिसात बिछा कर एक तरफ नरेंद्र मोदी के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्रशस्त कर दिया था, दूसरी तरफ केजरीवाल पर अपना दांव लगा दिया था। वह धर्मनिरपेक्ष…
गांधी के समकालीन और उत्तरवर्ती चिंतकों के चिंतन से अहिंसक सभ्यता की एक रूपरेखा बनती है। लेकिन यह अफसोस की बात है कि रूस-उक्रेन युद्ध को लेकर चलने वाली समस्त बहस में उस…