Today #NIPUNBharat was launched in presence of educational administrators and educationists. #NIPUNBharat will bring a revolutionary change in the primary education system of india and will bring the vision of Hon’ble PM shri @narendramodi ji on ground. @SanjayDhotreMP pic.twitter.com/6Tip6iggyr
— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) July 5, 2021
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के अनुसार तैयार की गई इस पहल को समग्र शिक्षा की केंद्र प्रायोजित योजना के तत्वावधान में शुरू किया गया है। इसमें स्कूली शिक्षा के शुरुआती वर्षों में बच्चों तक पहुंच प्रदान करने और उन्हें स्कूलों में बनाए रखने, शिक्षक क्षमता निर्माण, उच्च गुणवत्ता एवं विविधतापूर्ण छात्र और शिक्षक संसाधनों के विकास और इस प्रक्रिया के दौरान प्रत्येक बच्चे की प्रगति पर नजर रखने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
#NIPUNBharat,a National Mission on Foundational Literacy & Numeracy (#FLN) was launched today. The FLN skills enable children to learn better as they progress academically and acquire 21st C skills problem-solving & critical-thinking #NEP2020 pic.twitter.com/etLdrO2IZd
— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) July 5, 2021
निशंक ने कहा, ‘‘निपुण भारत का उद्देश्य तीन से नौ वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों की सीखने की जरूरतों को पूरा करना है। शिक्षकों को बुनियादी भाषा, साक्षरता और अंकगणित कौशल विकसित करने के लिए प्रत्येक बच्चे पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है जिससे उन्हें बेहतर पाठक और लेखक के रूप में विकसित करने में मदद मिलेगी। इस प्रकार, निपुण भारत ने आधारभूत स्तर पर सीखने के अनुभव को समग्र, एकीकृत, समावेशी, आनंददायक और आकर्षक बनाने की परिकल्पना की है।’’
Our new education policy 2020 is not just aimed at providing school education to students but it also focuses on their overall development. #NIPUNBharat is one strong step in that direction.
— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) July 5, 2021
नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने ‘समझ के साथ पढ़ने तथा अंकगणित में निपुणता के लिए राष्ट्रीय पहल’ (निपुण भारत) की सोमवार को शुरुआत की, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि 2026-27 तक देश का प्रत्येक बच्चा तीसरी कक्षा में आने तक अनिवार्य रूप से बुनियादी साक्षरता एवं अंकगणित की मूलभूत जानकारी हासिल कर सके।