नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसानों के आंदोलन का समर्थन करते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोगों से किसान आंदोलन को समर्थन देने की अपील की है। सांसद राहुल गांधी नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में एक बार सामने आए हैं।
राहुल गांधी ने न्यूनत्तम समर्थन मूल्य और एपीएमसी(APMC)को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। गांधी ने कहा है कि बिना न्यूनतम समर्थन मूल्य और एपीएमसी के बिहार के किसान बेहद मुसीबत में हैं और अब पीएम नरेंद्र मोदी ने पूरे देश को इसी कुएं में धकेल दिया है।
बिहार का किसान MSP-APMC के बिना बेहद मुसीबत में है और अब PM ने पूरे देश को इसी कुएँ में धकेल दिया है।
ऐसे में देश के अन्नदाता का साथ देना हमारा कर्तव्य है। pic.twitter.com/Err20Pp0kv
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 5, 2020
इसको लेकर राहुल गांधी ने ट्वीट में लिखा- बिहार का किसान MSP-APMC के बिना बेहद मुसीबत में है और अब PM ने पूरे देश को इसी कुएं में धकेल दिया है। ऐसे में देश के अन्नदाता का साथ देना हमारा कर्तव्य है।
केंद्र सरकार पर हमलावर राहुल गांधी ने एक और ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि “आंदोलन में शामिल महिला किसान की शक्ति और संकल्प भी भारत के फ़ेमिनिज़म का एक पहलू है। कृषि क़ानूनों के रद्द होने तक ये डटकर मोदी सरकार के अत्याचारों का सामना कर रही हैं। अपने अधिकार की लड़ाई में उतरीं इन सभी बहनों को नमन!”
आंदोलन में शामिल महिला किसान की शक्ति और संकल्प भी भारत के फ़ेमिनिज़म का एक पहलू है।
कृषि क़ानूनों के रद्द होने तक ये डटकर मोदी सरकार के अत्याचारों का सामना कर रही हैं।
अपने अधिकार की लड़ाई में उतरीं इन सभी बहनों को नमन! pic.twitter.com/deJe4xOB1Z
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 5, 2020
इतना ही नहीं, राहुल गांधी ने अपना एक वीडियो शेयर करते हुए देश की जनता से पूछा था, ‘देश का किसान काले कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ ठंड में, अपना घर-खेत छोड़कर दिल्ली तक आ पहुँचा है। सत्य और असत्य की लड़ाई में आप किसके साथ खड़े हैं। ऐसे में राहुल गांधी इस मुद्दे पर लगातार किसानोें के समर्थन में हैं।
गौरतलब है कि नए कृषि संसोधन कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के धरना प्रदर्शन का आज 10वां दिन है। सभी किसान दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। इसको लेकर आज सरकार और किसान संगठनों के बीच आज बैठक होने जा रही है।
इस बैठक से पहले भी सरकारी और किसान संगठनों के बीच पांच दौर की बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन किसी भी बैठकों का कोई नतीजा नहीं निकल सका है। आज की अहम बैठक 2 बजे होगी।