नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सिंघू, गाजीपुर और टीकरी बॉर्डर पर इंटरनेट सेवाएं अस्थायी तौर पर बंद कर दी हैं।
यह जानकारी शनिवार को एक अधिकारी ने दी। दिल्ली की इन सीमाओं पर किसान केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। अधिकारी ने बताया कि दिल्ली की तीन सीमाओं के अलावा इनसे लगे इलाकों में भी 29 जनवरी रात 11 बजे से 31 जनवरी रात 11 बजे तक इंटरनेट सेवाएं निलंबित रहेंगी।
गौरतलब है कि 26 जनवरी को भी दिल्ली के कुछ हिस्सों में इंटरनेट सेवाएं अस्थायी तौर पर बंद कर दी गई थीं। गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा की घटना होने पर यह कदम उठाया गया था।
सिंघु बॉर्डर पर प्रेस कांफ्रेस में किसान नेताओं केंद्र सरकार और सत्तारूढ़ बीजेपी के खिलाफ निशाना साधा। किसान नेता दर्शनपाल सिंह ने कहा कि हम सरकार से मांग करते हैं कि इंटरनेट बहाल किया जाए। हमारी बातें लोगों तक नहीं पहुंच सके इसके लिए इंटरनेट बंद किया गया है। यहां आज पुलिस ने हिंसा के लिए बीजेपी और आरएसएस के लोग भेजे हैं। लोग यहां बढ़ रहे हैं। गाजीपुर के बाद सिंघु, टिकरी, शाहजहांपुर हर जगह लोग आ रहे हैं- सरकार इसे हिंदू और सिख का मसला बनाना चाहती है। बीजेपी के लोग यहां प्रदर्शन करने भेजे – हम शांतिपूर्ण रहेंगे। किसान नेताओं ने बताया कि 30 जनवरी को सद्भावना दिवस के रूप में मनाया जाएगा और सभी किसान नेता सुबह 9 से शाम 5 बजे तक उपवास रखेंगे।
बीकेयू के आह्वान पर मेरठ, बागपत, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, मुराबादाबाद एवं बुलंदशहर जैसे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों से और अधिक किसान इस आंदोलन में शामिल होने के लिये यूपी गेट पहुंचे। गाजीपुर में यूपी गेट पर एक समय टकराव की स्थिति बन गयी थी जब बृहस्पतिवार की शाम विरोध स्थल पर लगातार बिजली कटौती देखी गई। वहां राकेश टिकैत के नेतृत्व में बीकेयू सदस्य पिछले साल 28 नवंबर से धरना पर हैं।