नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को वर्ष 2047 के लिए नए लक्ष्य निर्धारित करने के दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करने के साथ आगे बढ़ने का आह्वान करते हुए कहा कि कोविड-काल के बाद भारत को एक वैश्विक नेता के तौर पर उभरना चाहिए।
एक बयान के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ पर बनी राष्ट्रीय समिति की दूसरी बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि महामारी ने नयी सीख दी हैं और वर्तमान ढांचे को हिलाकर रख दिया है, जोकि कोविड-काल के बाद की दुनिया में एक ‘नए वैश्विक क्रम’ की ओर ले जाएगा।
उन्होंने कहा कि आमतौर पर कहा जाता है कि 21वीं सदी एशिया की है, और इस सदी में एशिया में भारत के ‘कद’ पर ध्यान केंद्रित करना महत्वपूर्ण है।
वर्ष 2047 पर ध्यान केंद्रित करने के लिए इसे सही समय करार देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्तमान पीढ़ी तब मामलों की कमान संभालेगी और देश का भाग्य उनके हाथों में होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘ इसलिए, यह निर्णय लेना महत्वपूर्ण है कि इस समय हमें उनमें क्या शामिल करना चाहिए ताकि वे भविष्य में देश के लिए विशाल योगदान देने में समर्थ रहें।’ वर्ष 2047 में भारत स्वतंत्रता के 100 साल पूरे होने का जश्न मनाएगा।