जयंती विशेष : अरुण जेटली के 68 वीं जयंती पर मोदी समेत भाजपा के शीर्ष नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा नेता अरुण जेटली को उनकी जयंती पर सोमवार को श्रद्धांजलि दी और कहा कि उनका ओजस्वी व्यक्तित्व, बुद्धिमता, कानूनी समझ और हाजिरजवाबी को वे सभी लोग याद करते हैं, जो उनके काफी निकट थे।

नई दिल्ली। अरुण जेटली का जन्म, महाराज कृष्ण जेटली और रतन प्रभा जेटली के घर 1952 में हुआ था। उनके पिता भी पेशे से वकील थे। अरुण जेटली की शुरूआती पढ़ाई-लिखाई सेंट जेवियर्स स्कूल, नई दिल्ली से हुई थी। इसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से बीकॉम किया। 1977 में दिल्ली विश्वविद्यालय से ही उन्होंने वकालत की डिग्री हासिल की।

वकील से एक सफल राजनेता तक का सफर तय करने वाले अरुण जेटली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में मंत्री थे। भारत के पूर्व वित्त मंत्री और भारत सरकार में कॉर्पोरेट मामलों के मंत्री रहे अरुण जेटली का नाम हमेशा भारतीय जनता पार्टी के स्‍वर्णिम इतिहास में शामिल रहेगा। राजनीति में आने से पहले वह सुप्रीम कोर्ट में लॉ प्रैक्टिस कर रहे थे। उन्हें दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा वरिष्ठ वकील के रूप में नामित किया गया था।

जेटली ने 1975 में आपातकाल के दौरान इंदिरा गांधी सरकार के खिलाफ आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लिया। उस समय वह युवा मोर्चा के संयोजक थे। उन्हें पहले अंबाला जेल में और फिर तिहाड़ जेल में रखा गया था। वाजपेयी सरकार के दौरान जेटली पहले कैबिनेट मंत्री भी थे। उन्होंने अतिरिक्त कार्यभार के रूप में मोदी सरकार में रक्षा मंत्री के रूप में कार्य किया। यूपीए शासन के दौरान उन्होंने 2009 से 2014 तक राज्यसभा में विपक्ष के नेता के रूप में कार्य किया। एक लंबा राजनीतिक सफर पर काफी आगे तक पहुंचने वाले अरुण जेटली का साथ उनके स्‍वास्‍थ्‍य ने नहीं दिया और 24 अगस्त 2019 को 66 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा नेता अरुण जेटली को उनकी जयंती पर सोमवार को श्रद्धांजलि दी और कहा कि उनका ओजस्वी व्यक्तित्व, बुद्धिमता, कानूनी समझ और हाजिरजवाबी को वे सभी लोग याद करते हैं, जो उनके काफी निकट थे।

अन्य भाजपा नेताओं ने भी पूर्व वित्त मंत्री को याद किया। जेटली कई साल तक पार्टी की सबसे मुखर आवाज वाले नेताओं में शामिल रहे और उन्हें सबसे सूक्ष्म राजनीतिक समझ वाले नेताओं में से एक माना जाता था।

मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘मैं अपने मित्र अरुण जेटली जी को उनकी जयंती पर याद कर रहा हूं। उनके ओजस्वी व्यक्तित्व, बुद्धिमता, कानूनी समझ और हाजिरजवाबी को वे सभी लोग याद करते हैं, जिन्होंने उनसे निकटता से बातचीत की है। उन्होंने भारत की प्रगति के लिए अथक मेहनत की।’’


गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जेटली असाधारण सांसद थे, जिनके ज्ञान और अंतर्दृष्‍टि के सानी बहुत कम हैं। उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने देश की राजनीति में चिरकाल तक रहने वाला योगदान दिया और पूरे उत्साह एवं समर्पण के साथ देश की सेवा की।’’

भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कहा कि जेटली को एक मुखर वक्ता एवं सक्षम रणनीतकार के तौर पर याद किया जाएगा।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पार्टी को मजबूत करने में जेटली की भूमिका को हमेशा याद किया जाएगा।

 

First Published on: December 28, 2020 1:29 PM
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