मोदी ने कहा – जीवन में चुनौतियों का डटकर मुकाबला करना ही सच्ची जीत


वंदना के भाई किशनभाई पटेल ने बताया कि जब प्रधानमंत्री ने उसके भेजे चित्र का पत्र के माध्यम से जवाब भेजा तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने कहा कि इससे उसे बहुत प्रेरणा मिली।


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नई दिल्ली।  वाक् एवं श्रवण दिव्यांगता की शिकार गुजरात के सूरत की रहने वाली 23 वर्षीया वंदना ने दिवाली पर्वपर रंगोली से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कलाकृति बनायी और उसकी तस्वीर उन्हें भेजी। मोदी ने भी वंदना की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि जीवन में चुनौतियों का डटकर मुकाबला करना ही सच्ची जीत है।

वंदना के भाई किशनभाई पटेल ने बताया कि जब प्रधानमंत्री ने उसके भेजे चित्र का पत्र के माध्यम से जवाब भेजा तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने कहा कि इससे उसे बहुत प्रेरणा मिली।

पटेल ने बताया कि वंदना बचपन से ही वाक् एवं श्रवण दिव्यांगता की शिकार है और वह एक कोचिंग संस्थान में इससे संबंधित कला सीख रही है।

वंदना को भेजे पत्र में प्रधानमंत्री ने उसकी हौसला अफजाई करते हुए लिखा कि जिंदगी में बाधाएं और चुनौतियां आती रहती हैं लेकिन विपरित परिस्थितियों में भी बिना हारे हम जब डटकर उसका मुकाबला करते हैं तो वही सच्ची जीत होती है।

उन्होंने वंदना के सुनहरे भविष्य की कामना की और उम्मीद जताई कि वह कला व शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयां हासिल करेंगी। प्रधानमंत्री को चित्र के साथ भेजे गए पत्र में वंदना ने उन्हें अपनी प्रेरणा बताया था।

रंगोली एक ऐसी कला है जिसमें रंग-बिरंगे पिसे हुए चावल, बालू या फूलों से कलाकृतियां बनाई जाती हैं।