नई दिल्ली/गुरुग्राम। जमीय उलमा-ए-हिंद के पदाधिकारियों ने ईद-उल-अजहा से ठीक एक दिन पूर्व गुरूग्राम के बादशाहपुर में मॉब लिंचिंग के शिकार मेवात के गांव घासेड़ा निवासी लुक़मान पुत्र बिलाल के घर जाकर परिवार के सदस्यों से मुलाकात की और संगठन की तरफ से आर्थिक सहायता के अलावा इस मामले में हर स्तर से मदद करने का भरोसा दिलाया।
जमीयत उलमा-ए-हिंद के गुरूग्राम के अध्यक्ष मुफ्ती सलीम कासमी ने दैनिक भाष्कर से बातचीत में बताया कि जमीयत-उलमा-ए-हिंद के महासचिव हजरत मौलाना महमूद असद मदनी के हुक्म पर संगठन सचिव मौलाना हकीमुद्दीन क़ासमी, जमीयत उलमा मुत्तहिदा पंजाब के अध्यक्ष मौलाना याहया करीमी, जमीयत उलामा मेवात के अध्यक्ष क़ारी असलम बडेडवी सहित संगठन के दूसरे पदाधिकारी कुछ वकीलों के साथ लुकमान के घर पहुंच घर वालों से मुलाकात की और लिंचिंग के शिकार लुकमान को हर प्रकार से कानूनी मदद का भरोसा दिलाया।
इस अवसर पर जमीयत-उलमा-ए-हिंद गुरुग्राम के अध्यक्ष मुफ़्ती सलीम क़ासमी की तरफ से लुकमान के घर वालों को आर्थिक मदद के तौर पर 50 हज़ार रुपये का चेक दिया। इस अवसर संगठन के सचिव मौलाना हकीमुद्दीन क़ासमी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जमीयत-उलमा-ए-हिंद लुक़मान के इलाज का पूरा खर्च उठाएगी और यदि लुकमान का इलाज मेदांता सहित देश के किसी दूसरे अस्पताल में भी इलाज की जरूरत पेश आई तो संगठन अपने खर्चे पर पूरा इलाज करवाएगा।
इस अवसर पर संगठन के पदाधिकारियों ने परिवार को आश्वत किया कि वह लुकमान मॉब लिंचिंग मामले में कानूनी कार्रवाई से जुड़े हर मुद्दे पर पीड़ित परिवार की मदद की जाएगी।
बता दें कि इस मामले में संगठन के पदाधिकारियों ने दो दिन पहले ही पुलिस कमीश्नर केके राव से मुलाकात की थी और आरोपियो के खिलाफ जरूर कार्रवाई के लिए ज्ञापन सौंपा था। वहीं पुलिस का कहना है कि इस मामले में गुरुग्राम पुलिस ने मॉब लिंचिंग के 12 से 13 आरोपियों में से 9 आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है और शेष की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।