उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ विदेशी सहायता पाने पर केंद्र सरकार का बार-बार छाती ठोकना निराशाजनक है। अगर मोदी सरकार ने अपना काम किया होता, तो यह नौबत ना आती।’’
विदेशी सहारा पाने पर केंद्र सरकार का बार-बार छाती ठोकना निराशाजनक है।
अगर मोदी सरकार ने अपना काम किया होता, तो ये नौबत ना आती।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 10, 2021
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को बताया कि 27 अप्रैल से 8 मई के बीच विदेशों से मदद के रूप में 6,738 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर, 3,856 ऑक्सीजन सिलेंडर, 16 ऑक्सीजन जेनेरेशन प्लांट, 4,688 वेंटिलेटर/BiPAP मशीनें और रेमडेसिविर की करीब 3 लाख शीशियां मिली है। केंद्र सरकार ने दावा किया कि विदेशों से प्राप्त होने वाली इस सहायता सामानों के प्रभावी आवंटन और जल्द वितरण एवं सप्लाई के लिए एक सुव्यवस्थित और सुनियोजित सिस्टम तैयार किया गया है और इसे लगातार राज्यों को भेजा जा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में बताया, ‘‘राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को तुरंत मेडिकल सामानों का आवंटन कर खेप भेजी जा रही है। यह प्रक्रिया लगातार चल रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय लगातार इसकी निगरानी कर रहा है।’’ सरकार ने कहा कि ये सुविधा तृतीय श्रेणी के कोविड देखभाल संस्थानों और सहायता प्राप्त करने वाले राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों की स्वास्थ्य व्यवस्था के बुनियादी ढांचे में बढ़ोतरी करेगा।
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए दूसरे देशों से मिल रही सहायता को लेकर सोमवार को केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर सरकार ने अपना काम किया होता जो यह नौबत नहीं आती।