ओवैसी ने चीन-भारत संबंधों, सीमा पर स्थिति पर पूर्ण संसदीय चर्चा की मांग की

हैदराबाद। एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने चीन के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर चुप रहने का आरोप लगाते हुए, चीन-भारत संबंधों और सीमा की स्थिति पर आगामी संसद सत्र में पूर्ण बहस की सोमवार को मांग की।

हैदराबाद के सांसद ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार से सांसदों के एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को सभी विवादास्पद सीमावर्ती क्षेत्रों में ले जाने की भी मांग की जहां चीनी सेना भारत के क्षेत्र में “बैठी” हुई है।

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख ने यहां संवाददाताओं से कहा, “यह हमें अपनी संप्रभुता को फिर से स्थापित करने और जनता को अवगत रखने की सहूलियत देगा।”

ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश से कहा था कि चीनी सेना ने भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ नहीं की है। उन्होंने दावा किया, “लेकिन, प्रधानमंत्री का यह बयान गलत निकला है क्योंकि चीन हमारे क्षेत्र में बैठा है और चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) बाहर नहीं जा रही है। अरुणाचल प्रदेश में चीन ने स्थायी ढांचे और एक गांव भी बनाया है।”

उन्होंने मोदी सरकार पर भारतीय क्षेत्र में चीनी “घुसपैठ” पर जानबूझकर चुप्पी साधने और इससे इनकार करने का आरोप लगाया और कहा “इसलिए हम मांग कर रहे हैं कि संसद के शीतकालीन सत्र में पूरी बहस होनी चाहिए।”

ओवैसी ने कहा कि अगर सरकर कहती है कि इस पर संसद में कोई बहस नहीं हो सकती क्योंकि यह एक राष्ट्रीय मुद्दा है तो लोकसभा नियम 248 के तहत सदन की गोपनीय बैठक की जा सकती है।

First Published on: November 8, 2021 11:11 PM
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