संसदीय समिति ने ‘भारतीय स्वास्थ्य सेवा’ गठित करने की सिफारिश की

संसद की एक समिति ने एक समर्पित, कुशल एवं पर्याप्त संसाधनों से लैस स्वास्थ्य संवर्ग तैयार करने के लिये केंद्र एवं राज्यों से भारतीय प्रशासनिक सेवा की तर्ज पर ‘भारतीय स्वास्थ्य सेवा’ (आईएचएस) गठित करने की सिफारिश की है।

नई दिल्ली। संसद की एक समिति ने एक समर्पित, कुशल एवं पर्याप्त संसाधनों से लैस स्वास्थ्य संवर्ग तैयार करने के लिये केंद्र एवं राज्यों से भारतीय प्रशासनिक सेवा की तर्ज पर ‘भारतीय स्वास्थ्य सेवा’ (आईएचएस) गठित करने की सिफारिश की है।

‘कोविड महामारी के प्रकोप एवं प्रबंधन’ पर शुक्रवार को संसद में पेश स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संबंधी स्थायी समिति की रिपोर्ट में यह बात कही गई है।

रिपोर्ट के अनुसार, समिति ने यह भी सिफारिश की कि मंत्रालय को राज्यों को विशेष दिशा निर्देश जारी करने चाहिए ताकि स्वास्थ्य कर्मियों विशेष रूप से स्वास्थ्य सेवा प्रणाली के छोटे कर्मियों को समय पर वेतन का भुगतान किया जा सके।

समिति ने कहा कि वह भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) की तर्ज पर एक समर्पित, कुशल एवं पर्याप्त संसाधनों से लैस स्वास्थ्य संवर्ग तैयार करने के लिये केंद्र एवं राज्यों से ‘भारतीय स्वास्थ्य सेवा’ (आईएचएस) गठित करने की सिफारिश करती है।

संसदीय समिति ने कहा कि वह आशा, सहायक नर्सों एवं अन्य सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के नेटवर्क को मजबूत बनाने और स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने से जुड़ी व्यवस्था में सहयोग की वकालत करती है।

समिति ने यह भी कहा कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर में दवाओं की कीमतों में काफी वृद्धि देखी गई अैर ऑक्सीजन सिलेंडर, दवाओं एवं अन्य उपकरणों की कमी देखी गई।

इसमें कहा गया है कि, समिति सिफारिश करती है कि सरकारों को पर्याप्त ऑक्सीजन विनिर्माण संयंत्र स्थापित करने चाहिए और राज्यों के लिये एक मजबूत आपूर्ति तथा सहयोग तंत्र तैयार करना चाहिए ताकि आपातकालीन स्थिति में इनकी निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।

समिति ने महामारी जैसी स्थिति में मूल्य की सीमा के अनुपालन पर सख्त और नियमित निगरानी की सिफारिश की है।

First Published on: December 7, 2021 4:17 PM
Exit mobile version