
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के विभिन्न हिस्सों में कीटनाशकों तथा अन्य कृषि सामग्री का छिड़काव करने के लिए 100 ‘किसान ड्रोन’ का उद्घाटन किया, साथ ही उन्होंने विश्वास जताया कि ड्रोन क्षेत्र में भारत की बढ़ती क्षमता दुनिया को एक नया नेतृत्व देगी।
मोदी ने शुक्रवार को ड्रोन का उद्घाटन किया। अधिकारियों ने इसे किसानों के लिए ‘‘बेहद नवीन और रोमांचक पहल’’ बताया।
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘देशभर में 100 स्थानों पर किसान ड्रोनों को काम करते हुए देखकर खुशी हुई। यह एक शानदार स्टार्ट-अप ‘गरुड़ इंडिया’ की प्रशंसनीय पहल है। नवोन्मेषी तकनीक हमारे किसानों को सशक्त और कृषि को अधिक लाभदायक बनाएगी।’’
Glad to have witnessed Kisan Drones in action at 100 places across the country. This is a commendable initiative by a vibrant start-up, @garuda_india.
Innovative technology will empower our farmers and make agriculture more profitable. pic.twitter.com/x5hTytderV
— Narendra Modi (@narendramodi) February 19, 2022
इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में ड्रोन स्टार्ट-अप की एक नयी संस्कृति तैयार हो रही है। उनकी संख्या अभी 200 से अधिक है,जो आने वाले वक्त में हजारों में होगी और इससे बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि इस क्षेत्र के विकास में कोई बाधा न हो और सरकार ने इसे बढ़ावा देने के लिए कई सुधार किए हैं और नीतिगत कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि यह इस बात का उदाहरण है कि अगर नीतियां सही हों तो देश कितनी ऊंची उड़ान भर सकता है। ड्रोन कुछ वर्ष पहले तक मुख्य रूप से रक्षा क्षेत्र से ही जुड़े हुए थे।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने ड्रोन क्षेत्र को खोलने को लेकर आशंकाओं पर समय बर्बाद नहीं किया बल्कि भारत की युवा प्रतिभा पर विश्वास किया और नयी मानसिकता के साथ आगे बढ़ी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने बजट और नीतिगत उपायों में प्रौद्योगिकी और नवोन्मेषों को प्राथमिकता दी है।
मोदी ने कहा कि ड्रोन के विविध उपयोग हैं। इनका इस्तेमाल गांवों में जमीन के मालिकाना हक का रिकॉर्ड बनाने के वास्ते ‘‘स्वामित्व योजना’’ में और दवाओं तथा टीकों के परिवहन के मकसद से किया गया है। उन्होंने कहा कि ‘किसान ड्रोन’’ नयी क्रांति ला रहे हैं। किसान फल, सब्जियां और फूल जैसे अपने उत्पादों को कम वक्त में बाजारों में लाने के लिए उच्च क्षमता वाले ड्रोन का इस्तेमाल कर सकते हैं तथा अपनी आय बढ़ा सकते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी में आधुनिक कृषि सुविधाएं मुहैया कराने में यह एक नया अध्याय है और यह न केवल ड्रोन क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होगा बल्कि इससे असंख्य संभावनाएं भी पैदा होंगी।