नई दिल्ली। आज पुलिस स्मृति दिवस मनाया जा रहा है। यह दिवस इसलिए मनाया जाता है क्योंकि 21 अक्टूबर 1959 को लद्दाख के हॉट स्प्रिंग में देश की सुरक्षा की प्रथम पंक्ति में तैनात केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (केरिपुबल) के एक छोटे से गश्ती दल पर चीनी सेना द्वारा भारी संख्या में घात लगाकर हमला किया गया था। इस लड़ाई में 10 केरिपुबल के रण बांकुरो ने सर्वोच्च बलिदान दिया था।
देश की सीमा की रक्षा में लगे सैन्य बलों के बलिदान के कई किस्से हमने सुने हैं लेकिन हमारे पुलिसकर्मियों के शौर्य और बलिदान का इतिहास भी किसी से कम नहीं रहा है। कुछ ऐसा ही साल 1959 में हुआ था जब पुलिसकर्मी पीठ दिखाने के बजाय चीनी सैनिकों की गोलियां सीने पर खाकर शहीद हुए थे बजाए घुटने टेकने के। चीन के साथ देश की सीमा की रक्षा करते हुए जो बलिदान दिया था, उसकी याद में हर साल पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है।
वहीं कोरोना महामारी की वजह से पिछले कई महीनों से देशभर के पुलिस अधिकारी 24 घंटे काम कर रहे हैं ताकि कोरोना मानदंडों का न्यूनतम उल्लंघन सुनिश्चित किया जा सके। कोरोना वायरस के खिलाफ इस लड़ाई में पुलिस अधिकारी वायरस को फैलने से रोकने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पुलिस स्मृति दिवस 2020 पर कोरोना योद्धाओं के प्रयासों की सराहना करते हुए कोरोना की वजह से मारे गए 343 पुलिसकर्मियों को याद किया और कहा कि सभी दिवंगत कर्मी लोगों की मदद करने, रक्तदान और प्लाज्मा दान करने के लिए काम करते रहे।
अमित शाह ने पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के जवानों और अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा, ‘वर्दी में मौजूद ये योद्धा हर किसी की मदद करते हैं। अगर हम सभी त्योहारों को मनाने में सक्षम हैं और अपने घरों में रात को सुरक्षित सो सकते हैं, तो ये इसलिए है क्योंकि पुलिसकर्मी ड्यूटी पर हैं.’
मैं शहीद पुलिसकर्मियों को नमन करता हूँ व उनके परिजनों से कहना चाहता हूँ कि यह पुलिस स्मारक सिर्फ पत्थर, चूने और सीमेंट से बना स्मारक नहीं बल्कि यह हमें हमेशा याद दिलाता है कि इन वीर जवानों ने देश को अमरत्व देने का काम किया है। उनके सर्वोच्च बलिदान से ही देश चैन की नींद सोता है। pic.twitter.com/vyuugrbERv
— Amit Shah (@AmitShah) October 21, 2020
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि पुलिस स्मृति दिवस 2020 पूरे भारत में हमारे पुलिस कर्मियों और उनके परिवारों का आभार व्यक्त करने का दिन है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने से लेकर भयावह अपराधों को सुलझाने, आपदा प्रबंधन में सहायता से लेकर COVID-19 से लड़ने तक, हमारे पुलिसकर्मी हमेशा बिना किसी हिचक के अपना सर्वश्रेष्ठ देते हैं। हमें नागरिकों की सहायता के लिए उनके परिश्रम और तत्परता पर गर्व है।’
From preserving law and order to solving horrendous crimes, from assistance in disaster management to fighting COVID-19, our police personnel always give their best without hesitation. We are proud of their diligence and readiness to assist citizens. pic.twitter.com/fI2ptv3A1J
— Narendra Modi (@narendramodi) October 21, 2020
पीएम मोदी ने इस सम्मान समारोह को लेकर एक और ट्वीट किया, ‘पुलिस स्मरणोत्सव दिवस, पूरे भारत में हमारे पुलिसकर्मियों और उनके परिवारों के प्रति आभार व्यक्त करने के बारे में है। हम कर्तव्य की पंक्ति में शहीद हुए सभी पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि देते हैं। उनके बलिदान और सेवा को हमेशा याद किया जायेगा।
वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि दी।सीएम योगी ने शहीद के परिजनों को आश्वस्त किया कि सरकार उनके साथ खड़ी है। 26 करोड़ रुपये 122 शहीदों के परिजनों को दिए। सीएम ने कहा कि बिकरु कांड में शहीद पुलिस कर्मियों को 50 लाख की जगह एक करोड़ रुपये दिए गए। मनोबल बढ़ाने के लिए 26 जनवरी और 15 अगस्त को विभिन्न पदक दिए गए।