शहीद दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को दी श्रद्धांजलि

आज ही के दिन ब्रिटिश हुकूमत ने द्वारा भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को फांसी पर लटका दिया गया था। इसलिए उनकी बहादुरी और शहादत को नमन करने के लिए 23 मार्च को शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है।

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शहीद दिवस के मौके पर भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि मातृभूमि के लिए मर मिटने का उनका जज्बा देशवासियों को सदैव प्रेरित करता रहेगा। देश के इन तीनों महान क्रांतिकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, “शहीद दिवस पर भारत माता के अमर सपूत वीर भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को कोटि-कोटि नमन। मातृभूमि के लिए मर मिटने का उनका जज्बा देशवासियों को सदैव प्रेरित करता रहेगा। जय हिंद!”

आपको बता दें कि शहीद दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी बुधवार शाम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल हॉल में बिप्लोबी भारत गैलरी का उद्घाटन करेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री कार्यक्रम में उपस्थित सभा को भी संबोधित करेंगे।

गैलरी में स्वतंत्रता संग्राम में क्रांतिकारियों के योगदान और ब्रिटिश औपनिवेशिक राज के विरुद्ध उनके सशस्त्र प्रतिरोध को दर्शाया जाएगा। इस पक्ष को स्वतंत्रता आंदोलन के मुख्य विमर्श में प्राय: समुचित स्थान नहीं दिया जाता है। इस नई गैलरी का उद्देश्य है कि उन सारी घटनाओं का समग्र चित्रण प्रस्तुत किया जाये जो 1947 में अपनी पराकाष्ठा को पहुंची थीं। साथ ही क्रांतिकारियों द्वारा निभाई गई महžवपूर्ण भूमिका को भी उजागर किया जाए।

बिप्लोबी भारत गैलरी में वह राजनीतिक और बौद्धिक पृष्ठभूमि प्रस्तुत की गई है, जिसने क्रांतिकारी आंदोलन को प्रेरित किया है। गैलरी में क्रांतिकारी आंदोलन के जन्म, क्रांतिकारियों द्वारा महžवपूर्ण संगठनों का निर्माण, आंदोलन का विस्तार, इंडियन नेशनल आर्मी का गठन, नौसेना विद्रोह का योगदान, आदि को पेश किया जाएगा।

आपको बता दें कि आज ही के दिन ब्रिटिश हुकूमत ने द्वारा भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को फांसी पर लटका दिया गया था। इसलिए उनकी बहादुरी और शहादत को नमन करने के लिए 23 मार्च को शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है।

First Published on: March 23, 2022 10:35 AM
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