कोल्लम। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल इन दिनों केरल राज्य के दौरे पर हैं। यहां इसी साल विशान सभा चुनाव ओने वाले हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी बुधवार को कोल्लम जिले पहुंचे और यहां थांगस्सेरी तट पर मछुआरों से बातचीत की। मछुआरों के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने एक बार फिर अलग से मत्स्य पालन मंत्रालय की बात की, जबकि पिछले सप्ताह ही सरकार ने बताया था कि पहले से ही अलग से मत्स्य पालन मंत्रालय की मांग की है।
राहुल मछुआरों के साथ उनकी नाव में बैठकर समुद्र में भी गए। उन्होंने अपनी यात्रा वाडी तट से शुरू की और करीब एक घंटे तक वहां रहे और फिर बातचीत स्थल पर पहुंचे। उन्होंने मछुआरों के साथ मिलकर समुद्र में मछली पकड़ने वाला जाल फेंका और उनके साथ मछली भी पकड़ी। कांग्रेस नेता ने तट पर वापसी के दौरान वहां खड़े लोगों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया।
बता दें, हाल ही पुडुचेरी में मछुआरों से एक संवाद के दौरान राहुल गांधी ने उन्हें समुद्र का किसान करार दिया था और सवाल उठाया था कि यदि खेती करने वाले किसानों के लिए अलग मंत्रालय हो सकता है तो उनके लिए क्यों नहीं? इसके बाद भाजपा नेताओं ने उन्हें आड़े हाथों लेते हुए कहा था कि यह मंत्रालय पहले से ही अस्तित्व में है। भाजपा नेताओं ने गांधी पर ‘‘झूठ” की राजनीति करने का आरोप भी लगाया था।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ट्वीट किया कि साहेबजादे और उनके सिपहसालार मोदी जी के हाथों लगातार हार से अस्तित्वहीन और मानसिक रूप से बीमार हो गए हैं। उन्हें कोई नया आइडिया नहीं मिल रहा,सिद्धांत विहीन कांग्रेस अब झूठ और अराजकता पर टिकी है। उत्तर-दक्षिण, पूर्व-पश्चिम कहीं भी विभाजन और विघटन की राजनीति को कोई बर्दाश्त नहीं करेगा।
साहेबजादे और उनके सिपहसालार मोदी जी के हाथों लगातार हार से अस्तित्वहीन और मानसिक रूप से बीमार हो गए हैं
उन्हें कोई नया आइडिया नहीं मिल रहा,सिद्धांत विहीन कांग्रेस अब झूठ और अराजकता पर टिकी है।
उत्तर-दक्षिण,पूर्व-पश्चिम कहीं भी विभाजन और विघटन की राजनीति को कोई बर्दाश्त नहीं करेगा— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) February 24, 2021
मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी को संबोधित करते हुए ट्वीट किया कि उन्हें इतना तो पता ही होना चाहिए कि 31 मई 2019 को ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नया मंत्रालय बना दिया। उन्होंने कहा, ‘‘राहुल जी! मेरा आपसे अनुरोध है कि आप नए मत्स्यपालन मंत्रालय में आएं या मुझे जहां बुलाएं, मैं आ जाता हूं। मैं आपको नए मत्स्यपालन मंत्रालय के द्वारा पूरे देश तथा पुडुचेरी में चलाई जा रही योजनाओं के बारे में बताता हूं।