मदुरै। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को तमिलनाडु के पारंपरिक खेल ‘जल्लीकट्टू’ देखने के बाद दक्षिण भारतीय व्यंजन का आनंद भी उठाया। राहुल गांधी ने इस दौरान आम नागरिकों के बीच लाइन में बैठकर केले के पत्ते पर परोसे जाने वाले दक्षिण भारत के स्वादिष्ट शाकाहारी व्यंजनों का आनंद भी लिया। कांग्रेस नेता ने खाने के दौरान कई आम लोगों से बातचीत भी किया और लोगों के और साथ में खा रहे लोगों के लिए खाना खिलाने का आदेश देते भी नजर आए।
राहुल गांधी के खाने के वीडियों को इंडियन यूथ कांग्रेस के नेता श्रीनिवास बीवी ने ट्वीट कर कहा,”सादगी मतलब राहुल गांधी”।
'Simplicity' means @RahulGandhi ..
— Srinivas B V (@srinivasiyc) January 14, 2021
इस दौरान राहुल गांधी ने संवादताओं से कृषि कानूनों से जुड़े कई मुद्दों पर बात भी की।
‘जल्लीकट्टू’ देखने के बाज राहुल गांधी ने कहा कि उनके इस दौरे का मकसद उन लोगों को संदेश देना था, जो सोचते हैं कि वे तमिल लोगों के साथ बुरा बर्ताव कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह खेल तमिल संस्कृति का जीवंत स्वरूप है।
पोंगल के मौके पर आयोजित इस कार्यक्रम में राहुल गांधी के साथ द्रमुक की युवा इकाई के सचिव उदयनिधि स्टालिन, कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के एस अलागिरी और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी भी मौजूद थे।
कांग्रेस के पूर्व अध्ध्यक्ष ने कहा, ‘‘मैं दिल्ली से यहां एक बहुत ही लोकप्रिय आयोजन देखने आया क्योंकि मैं मानता हूं कि तमिल संस्कृति, तमिल भाषा और तमिल इतिहास भारत के भविष्य के लिए जरूरी है तथा इनका सम्मान करने की जरूरत है।’’
उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा, ‘‘मैं यहां उन लोगों को संदेश देने आया हूं जो सोचते हैं कि वे तमिल लोगों के साथ बुरा बर्ताव कर सकते हैं और तमिल भाषा एवं तमिल संस्कृति को अलग-थलग रख सकते हैं।’’
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘मुझे तमिलनाडु के लोगों से बहुत सारा प्यार और स्नेह मिला है। यह मेरा कर्तव्य है कि मैं तमिल लोगों के साथ खड़ा रहूं और उनके इतिहास, संस्कृति और भाषा का सम्मान करूं।’’
कांग्रेस नेता ने जल्लीकट्टू के व्यवस्थित और सुरक्षित आयोजन की सराहना करते हुए कहा, ‘‘तमिल संस्कृति और इतिहास को जीवंत स्परूप में देखना बहुत ही बेहतरीन अनुभव रहा।’’ उदयनिधि स्टालिन आयोजन स्थल पर सुबह से ही मौजूद थे और शुरू में वह मंच पर राहुल गांधी और कांग्रेस के दूसरे वरिष्ठ नेताओं के साथ नहीं बैठे थे, हालांकि बाद में वह राहुल गांधी के साथ बैठे जिसके बाद दोनों बातचीत करते देखे गए।
इस साल अप्रैल-मई में होने वाले तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में द्रमुक और कांग्रेस के बीच गठबंधन की संभावना है।
अलागिरी ने मंगलवार को कहा था कि राहुल गांधी तमिलनाडु दौरे पर ‘जल्लीकट्टू’ कार्यक्रम के साक्षी बनकर केंद्रीय कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों को नैतिक समर्थन देंगे। उन्होंने यह भी कहा था कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष इस दौरे पर चुनाव प्रचार के किसी कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे।
‘जल्लीकट्टू’ तमिलनाडु के ग्रामीण इलाक़ों का एक परंपरागत खेल है, जो पोंगल त्योहार पर आयोजित किया जाता है। इसमें लोग बैलों को पकड़ने एवं उन्हें काबू में करने की कोशिश करते हैं।