वीर सावरकर की आलोचना कर, पाप कर रहे हैं राहुल गांधी- हिमंत बिस्वा सरमा

 असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने वीर सावरकर की आलोचना करने के लिए राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा है कि ब्रिटिश शासनकाल में 25 वर्षों तक जेल में रहने वाले वीर सावरकर की आलोचना कर राहुल गांधी पाप कर रहे हैं।

नई दिल्ली। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने वीर सावरकर की आलोचना करने के लिए राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा है कि ब्रिटिश शासनकाल में 25 वर्षों तक जेल में रहने वाले वीर सावरकर की आलोचना कर राहुल गांधी पाप कर रहे हैं।

असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि वीर सावरकर जैसे स्वतंत्रता सेनानी के बारे में उन्हें ही बोलना चाहिए जिन्होंने देश के लिए कुछ किया हो। सरमा ने वीर सावरकर को देशभक्त बताते हुए कहा कि उनकी विचारधारा पर चल कर ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को मजबूत बनाने का काम कर रहे हैं।

हिमंत बिस्वा सरमा ने देश का गलत और अधूरा इतिहास लिखने के लिए वामपंथी इतिहासकारों को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि हमें दोबारा से इतिहास को लिखने की जरूरत है क्योंकि वामपंथी इतिहासकारों ने मुगलों को हरा कर नॉर्थ ईस्ट से बाहर रखने वाले असम के लाचित बोड़फुकन जैसे योद्धाओं को इतिहास में सम्मानजनक जगह नहीं दी। उन्होंने कहा कि वामपंथी इतिहासकारों ने हमें हमेशा यह बताया कि मुगल कितने महान थे और हम कितनी बार लड़ाई हारे जबकि सच्चाई यह भी थी मुगल कभी भी नॉर्थ ईस्ट पर राज नहीं कर पाए और दक्षिण भारत से भी उन्हें बाहर ही रहना पड़ा।

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी से यह सवाल पूछा जाना चाहिए कि कांग्रेस की सरकारों ने देशवासियों को सही इतिहास की जानकारी क्यों नहीं दी ?

आपको बता दें कि, देश के लोगों को लाचित बोड़फुकन जैसे वीर योद्धा के बारे में जानकारी देने के लिए असम सरकार दिल्ली के विज्ञान भवन में उनकी 400वीं जयंती समारोह का आयोजन करने जा रही है। 23 नवंबर से 25 नवंबर तक चलने वाले इस तीन दिवसीय समारोह में गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल होंगे और इसका समापन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।

इस समारोह की जानकारी देते हुए असम के मुख्यमंत्री ने बताया कि असम सरकार आने वाले समय में मुंबई, चेन्नई और देश के अन्य कई महानगरों में भी इस तरह के समारोह का आयोजन करेगी। उन्होंने इन वीर योद्धा के बारे में अपने-अपने राज्य के लोगों को जानकारी देने का अनुरोध करते हुए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र भी लिखा है।

First Published on: November 20, 2022 8:27 AM
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