फौजी मेले में दिखी भारतीय सेना की ताकत


मुख्यमंत्री चौहान ने फौजी मेले में प्रदर्शित थल, वायु और जलसेना के अस्त्र-शस्त्र तथा उपकरणों का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने 300 मीटर दूरी तक मार करने वाली एम-4 गन से निशाना साधा।


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भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में शुरू हुए फौजी मेला और शस्त्र प्रदर्शनी में भारतीय सेना की ताकत का इजहार हो रहा है। इस प्रदर्शनी में आधुनिक हथियार के प्रदर्शन ने भारतीय सेना की ताकत को आमजन के सामने लाया है।

राजधानी के मोतीलाल विज्ञान महाविद्यालय के मैदान में फौजी मेला और शस्त्र प्रदर्शनी का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भारत वर्ष का हजारों साल लंबा ज्ञात इतिहास रहा है। “हमारा शौर्य और वीरता भी हजारों वर्षो से स्थापित है। भारत के विचार, संस्कार, संस्कृति ने विश्व को दिशा दिखाई है। यदि हम शक्तिहीन हैं तो कोई हमारी बात नहीं सुनता है। भारत की सेना विश्व की सबसे अधिक सक्षम सेनाओं में से एक है। हमारे जवान कठिनतम परिस्थितियों में रह कर मां भारती की रक्षा कर रहे हैं। सेना के त्याग, तपस्या के परिणामस्वरूप ही हम उत्सव और त्यौहार मना पाते हैं।”

उद्घाटन मौके पर कमांडिंग इन चीफ नॉर्दन आर्मी कमांड लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी और तीनों सेनाओं के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यह सौभाग्य का विषय है कि तीनों सेनाओं की कमांडर कॉफ्रेंस 30 मार्च से एक अप्रैल तक भोपाल में होने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और तीनों सेनाओं के वरिष्ठतम अधिकारी इसमें शामिल होंगे।

उन्होंने कहा, “हमारी सेना धर्म की जय के लिए समर्पित है। प्रधानमंत्री मोदी का स्पष्ट संदेश है कि हम अपनी तरफ से किसी को छेड़ेंगे नहीं, अगर किसी ने हमें छेड़ा तो उसे छोड़ेंगे नहीं। पाकिस्तान ने सन् 1965 और 1971 में जुर्रत की तो हमारी सेनाओं ने उन्हें सबक सिखाया। कारगिल युद्ध और सर्जिकल स्ट्राइक में भी हमारे सैनिकों ने दुश्मन के इरादे नेस्तनाबूद किए। भारतीय सेना ने चीन को भी यह स्पष्ट कर दिया है कि भारत किसी से कम नहीं है। आजादी के बाद भी 30 हजार जवानों ने शहादत दी है। उनकी स्मृति में हमने भोपाल में शौर्य स्मारक बनाया है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत हथियारों के मामले में आत्मनिर्भर हो रहा है। फौजी मेले में भी अनेक ऐसे हथियार हैं, जो स्वदेश में ही निर्मित हुए हैं।”

मुख्यमंत्री चौहान ने फौजी मेले में प्रदर्शित थल, वायु और जलसेना के अस्त्र-शस्त्र तथा उपकरणों का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने 300 मीटर दूरी तक मार करने वाली एम-4 गन से निशाना साधा। साथ ही लेजर टारगेट डेसिंगनेटर, फगोट लांचर, वर्चुअल रियालटी सेट पर नेवी की गतिविधियों का अवलोकन किया।

मुख्यमंत्री चौहान ने सियाचिन सर्वाइवल गियर, लाइट स्ट्राइक रायफल, कम्युनिकेशन रोवर, अर्जुन युद्धक टैंक, वायुसेना के विमान संचालन की कार्य-प्रणाली को भी देखा और तकनीक के संबंध में जानकारी प्राप्त की।