नई दिल्ली। दूरसंचार कंपनियों ने भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) से ई और वी बैंड के स्पेक्ट्रम का आवंटन सिर्फ नीलामी के जरिये करने का आग्रह किया है। सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ (सीओएआई) के तहत दूरसंचार कंपनियों की ट्राई के नए प्रमुख के साथ हाल में बैठक हुई थी।
उद्योग सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में ऑपरेटरों ने डेटा के लिए न्यूनतम दाम तय करने की प्रक्रिया को भी तेज करने की मांग उठाई। उद्योग के शीर्ष प्रतिनिधियों ने बैठक में शुल्कों में कटौती तथा ओवर-द-टॉप (ओटीटी) संचार सेवाओं पर नियामकीय रुख की समीक्षा का भी मुद्दा उठाया।
पी डी वाघेला ट्राई के नए चेयरमैन हैं। उन्होंने एक अक्टूबर से पदभार संभाला है। सूत्रों ने पीटीआई-भाषा से कहा कि उद्योग के प्रतिनिधिनियों की ट्राई के नए प्रमुख के साथ बैठक हुई, जिसमें इन मुद्दों को उठाया गया।
सूत्रों ने कहा कि उद्योग ने बैठक में मूल्यवान ई और वी बैंड के स्पेक्ट्रम का मुद्दा उठाया। उद्योग का कहना था कि इस मूल्यवान स्पेक्ट्रम की बिक्री नीलामी के जरिये होनी चाहिए। उद्योग ने कहा कि सभी लाइसेंसधारक निजी सेवा प्रदाता इन स्पेक्ट्रम के लिए बोली लगाने और उनकी खरीद करने के इच्छुक हैं। ऐसे में ई और वी बैंड में स्पेक्ट्रम का आवंटन खुली और पारदर्शी बोली प्रक्रिया के जरिये होना चाहिए। इससे सरकार को अच्छा राजस्व मिलेगा।
उद्योग ने नियामक से आग्रह किया है कि वह सरकार से ई और वी बैंड के स्पेक्ट्रम का आवंटन पारदर्शी बोली प्रक्रिया के जरिये लाइसेंसधारक एक्सेस सेवाप्रदाताओं को करने की सिफारिश करे।
दूरसंचार उद्योग ने नियामक से डेटा के लिए न्यूनतम दरें तय करने की प्रक्रिया को भी तेज करने को कहा है। उद्योग ने ट्राई से कहा है कि वह इस बारे में विचार-विमर्श की प्रक्रिया तेज करे और खुली चर्चा के बाद न्यूनतम दरों पर नियमन जारी करे।
इस बारे में संपर्क करने पर सीओएआई के महानिदेशक एस पी कोचर ने बैठक की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि उद्योग की नियामक के साथ मुक्त तरीके से बातचीत हुई। इस बैठक में ई और वी बैंड, न्यूनतम दरों तथा ओटीटी के मुद्दे पर चर्चा हुई। उल्लेखनीय है कि सीओएआई ने ई और वी बैंड के मुद्दे पर पिछले महीने संचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद को पत्र भी लिखा था।