प्रश्न: कृषि संबंधित तीन विधेयक संसद के दोनों सदनों में पारित हो गए हैं लेकिन विपक्ष इस बार हमलावर है। विधेयक के खिलाफ इतने प्रदर्शन क्यों हो रहे हैं?
वीरेंद्र सिंह ‘मस्त’: किसानों को भ्रमित करने का काम आढ़ती कर रहे हैं। इस पर राजनीति की जा रही है। किसानों के बीच भ्रम फैलाया जा रहा है कि एमएसपी खत्म हो जाएगी, मंडी खत्म हो जाएगी, जरुरी चीजों के दाम बढ़ जाएंगे। जबकि संसद में प्रधानमंत्री व कृषि मंत्री ने कई बार दोहराया है कि एमएसपी खत्म नहीं होगी। बल्कि हाल ही में रवि की फसलों पर एमएसपी को बढ़ाया गया है। इसके अलावा किसान अब अपनी फसल देश के किसी राज्य में बेच सकते हैं। किसान अपनी फसल की कीमत खुद तय कर सकते हैं। उन्होंने कहा मंडी में बेचने की अनिवार्यता अब खत्म कर दी गई है। अब किसानों के साथ उपभोक्ताओं को भी सीधा लाभ मिलेगा। मंडी खत्म होने के सवाल पर उन्होंने मंडी कानून में कोई बदलाव नहीं किया है और न ही यह खत्म होने वाला है। विधेयक में कहीं नहीं है जिससे यह समझा जाए कि मंडी खत्म हो जाएगी।
प्रश्न: किसान नेताओं ने 25 सितम्बर को इस पर देश व्यापी आंदोलन करने का ऐलान किया है। उनके मुताबिक इन विधेयकों से छोटे किसान का सबसे ज्यादा नुकसान होगा।
वीरेंद्र सिंह ‘मस्त’: मैंने पहले ही कहा कि आंदोलन करने वाले किसान नहीं है। किसानों की दशा पिछले 70 सालों में अब सुधरने लगी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में किसानों के हित में फैसले लिए जा रहे हैं। किसानों के खाते में 6000 रुपये पहुंचे हैं, ऐसा देश के इतिहास में पहली बार हो रहा है। किसान विधेयक से किसान न केवल आत्मनिर्भर बनेगा बल्कि वह उन्नत भी होगा। जहां रही छोटे किसानों की बात तो यह विधेयक उनके लिए भी लाभदायक है, वे अपनी फसल मंडी के बाहर कही भी बेच सकते हैं। फसल की खुद कीमत तय कर सकते हैं।
प्रश्न: विपक्ष के मुताबिक आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक से जमाखोरी बढ़ेगी और आवश्यक चीजों के दाम भी बढ़ जाएंगे, इसके बारे में आपका क्या कहना है?
वीरेंद्र सिंह ‘मस्त’: इस विधेयक से जमाखोरी कैसे बढ़ेगी यह समझ से परे है। किसान अपनी फसल को जब चाहे जहां चाहे बेच सकता है। किसान अब भी ऐसा करते हैं, जब उन्हें फसलों की अच्छी कीमत मिलती है तो वह फसल बेचता है। इसमें गलत तो कुछ भी नहीं है बल्कि किसानों को फायदा ही है। कुलमिलाकर आंदोलनकारी किसानों को भ्रमित करने का काम कर रहे हैं। उसका जवाब हमारे कार्यकर्ता जमीन पर दे रहे हैं।
प्रश्न: तीनों विधेयक के बारे में लोगों और किसानों खासतौर पर कैसे जागरुक करेंगे?
वीरेंद्र सिंह ‘मस्त’: केन्द्र सरकार के इन कृषि विधेयकों का लाभ बताने के लिए भाजपा किसान मोर्चा ग्रामीण क्षेत्र में किसान संवाद कार्यक्रम की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि एक दिन में किसानों की समस्याएं नहीं पैदा हुई है। धीरे धीरे उन समस्याओं को खत्म करने की दिशा में काम किया जा रहा है। किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में ही काम किया जा रहा है। किसानों को केन्द्र सरकार की योजनाओं व इन तीनों विधेयकों के बारे में जागरुक करने व उनके फायदे बताने के लिए जिला स्तर पर किसानों से संवाद किया जा रहा है।