शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर साल भर पहले के 8.7 फीसदी के मुकाबले घटकर 7.2 फीसदी रह गई

पीएलएफएस का उद्देश्य केवल 'वर्तमान साप्ताहिक स्थिति' (सीडब्ल्यूएस) में शहरी क्षेत्रों के लिए तीन महीने के कम समय अंतराल में प्रमुख रोजगार और बेरोजगारी संकेतकों (श्रमिक जनसंख्या अनुपात, श्रम बल भागीदारी दर, बेरोजगारी दर) का अनुमान लगाना है।

नई दिल्ली। शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए बेरोजगारी दर, या श्रम बल के बीच बेरोजगार व्यक्तियों का प्रतिशत अक्टूबर-दिसंबर 2022 के दौरान एक साल पहले इसी अवधि में 8.7 प्रतिशत से घटकर 7.2 प्रतिशत हो गया था। आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) के तिमाही आंकड़ों के अनुसार, जुलाई-सितंबर तिमाही में बेरोजगारी दर 7.2 प्रतिशत के समान स्तर पर थी।

इसी तरह, वर्ष 2021-22 के दौरान सामान्य स्थिति में ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के लिए बेरोजगारी दर पिछले वर्ष 2020-21 के दौरान 4.2 प्रतिशत की तुलना में 4.1 प्रतिशत थी। अधिक लगातार समय अंतराल पर श्रम बल डेटा की उपलब्धता के महत्व को ध्यान में रखते हुए, राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (एनएसएसओ) ने अप्रैल 2017 में आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) लॉन्च किया। पीएलएफएस का उद्देश्य केवल ‘वर्तमान साप्ताहिक स्थिति’ (सीडब्ल्यूएस) में शहरी क्षेत्रों के लिए तीन महीने के कम समय अंतराल में प्रमुख रोजगार और बेरोजगारी संकेतकों (श्रमिक जनसंख्या अनुपात, श्रम बल भागीदारी दर, बेरोजगारी दर) का अनुमान लगाना है।

यह सालाना ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में ‘सामान्य स्थिति’ और सीडब्ल्यूएस दोनों में रोजगार और बेरोजगारी संकेतकों का भी अनुमान लगाता है।

First Published on: February 25, 2023 8:36 AM
Exit mobile version