महाराष्ट्र और कर्नाटक के बॉर्डर पर बसे बेलगावी में शनिवार (22 फरवरी) को एक बस कंडक्टर की पिटाई के बाद से दोनों राज्यों के बीच तनाव का माहौल है। इस घटना को लेकर शिवसेना (यूबीटी) कार्यकर्ताओं ने पुणे शहर के स्वर्गेट क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन किया और कर्नाटक नंबर प्लेट वाली बसों पर कालिख पोत दी। कुछ प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
शिवसेना कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि बेलगावी में एक मराठी भाषी बस चालक पर कथित तौर पर कन्नड़ भाषा में बात न करने के कारण हमला किया गया था। डीसीपी स्मार्टाना पाटिल ने कहा कि जैसे ही हमें पता चला कि शिवसेना (यूबीटी) के कार्यकर्ता यहां आकर कुछ करने वाले हैं, हमने तुरंत फोर्स भेजी और स्थिति को संभाला। पार्टी के कार्यकर्ताओं ने एक बस पर काला रंग छिड़का। हालांकि, किसी भी बस या अन्य को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है।
डीसीपी पाटिल ने बताया कि आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में चार से पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है, लेकिन वीडियो रिकॉर्डिंग के आधार पर जल्द ही अन्य लोगों की पहचान कर ली जाएगी। जानकारी के अनुसार, हमले के बाद इलाके में तनाव फैल गया है। कर्नाटक ने बेलगावी से महाराष्ट्र के लिए बस सेवाएं रोक दी हैं। इस दौरान केवल कोगनोली चेकपॉइंट तक ही बसें भेजी गईं।
इसके बाद महाराष्ट्र ने भी कर्नाटक के लिए बस सेवाएं बंद कर दीं। महाराष्ट्र ने केवल कागल तालुका तक ही बसों को भेजा। बता दें महाराष्ट्र और कर्नाटक के बॉर्डर पर बसे बेलगावी को लेकर दोनों राज्यों में सालों से विवाद चल रहा है। मौजूदा समय में बेलगावी कर्नाटक का हिस्सा है, लेकिन आजादी के बाद से ही महाराष्ट्र इस पर अपना दावा ठोकता आ रहा है। बेलगावी में मराठी भाषी लोग बहुलता में रहते हैं।