जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर भाजपा ने तेज की नीतीश कुमार की घेराबंदी

एक तरफ जहां बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने पुराने सहयोगी नरेंद्र मोदी और भाजपा के खिलाफ देश भर में विपक्षी दलों को एकजुट करने के अभियान में जुटे हुए हैं, तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा ने उनके गृह राज्य बिहार में जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर नीतीश कुमार पर इस्तीफे का दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया है।

नई दिल्ली। एक तरफ जहां बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने पुराने सहयोगी नरेंद्र मोदी और भाजपा के खिलाफ देश भर में विपक्षी दलों को एकजुट करने के अभियान में जुटे हुए हैं, तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा ने उनके गृह राज्य बिहार में जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर नीतीश कुमार पर इस्तीफे का दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया है।

शुक्रवार को बिहार से जुड़े भाजपा के सांसदों ने संसद भवन परिसर में गांधी मूर्ति पर प्रदर्शन कर नीतीश कुमार से इस्तीफा देने की मांग की। भाजपा सांसदों ने जहरीली शराब से मरने वाले लोगों के परिजनों को भी मुआवजा देने की मांग की।

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा राज्य सभा सांसद सुशील मोदी ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि शराबबंदी कानून के कारण जो लोग जेल गए वो शातिर अपराधी नहीं हैं और जो लोग मर गए वो हत्या या बलात्कार करने वाले अपराधी नहीं थे बल्कि उन्होंने सिर्फ एक पेग शराब पीने का छोटा सा अपराध किया था, क्या उसकी सजा मौत होगी ?

मोदी ने जहरीली शराब से मरने वाले लोगों को दलित, आदिवासी और पिछड़ा समुदाय से जुड़ा हुआ बताते हुए बिहार के मुख्यमंत्री से सवाल पूछा कि क्या इनकी विधवाओं को सहायता नहीं मिलनी चाहिए? क्या इनके बच्चों को मुआवजा नहीं मिलना चाहिए ?

गांधी मूर्ति पर प्रदर्शन के दौरान भाजपा सांसदों ने जमकर नीतीश कुमार के खिलाफ नारेबाजी की और उनसे मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की मांग की।

First Published on: December 23, 2022 8:14 PM
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