दवा की आड़ में ड्रग्स का कारोबार, बिहार की सबसे बड़ी मंडी में पड़ी रेड


सहायक औषधि नियंत्रक ने 12 ड्रग इंस्पेक्टर्स की टीम गठित कर वहां छापेमारी कर दी। इस छापेमारी में स्थानीय पुलिस से भी सहयोग लिया गया। फिलहाल इस खुलासे के बाद गोविंद मित्रा रोड के दवा दुकानदारों में खलबली मची हुई है।


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बिहार Updated On :

पटना। राजधानी पटना में ड्रग विभाग की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई की है। ड्रग विभाग की छापेमारी में एक दवा दुकान के गोदाम से 25 लाख रुपए की नशीली दवाइयां जब्त की गई हैं। इसके अलावा इस मामले में दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है। दोनों आरोपी अजीत कुमार और गणेश कुमार पटना के बाढ़ के रहने वाले बताए जाते हैं। सहायक ड्रग आयुक्त सच्चिदानंद विक्रांत ने इस बात की जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि ड्रग विभाग की टीम में पटना के 12 ड्रग इंस्पेक्टर शामिल थे। गुप्त सूचना के आधार पर जो जानकारी मिली उसके बाद बिहार की सबसे बड़े दवा मंडी गोविंद मित्रा रोड के एक दवा दुकानदार के बिना लाइसेंस वाले गोदाम में छापेमारी की गई। यहां लगभग 25 लाख रुपए की पेटाजोमीन इंजेक्शन, डाइलेक्स डीसी कफ सिरप, टेटामिन ब्लड बैग और 16 कार्टन में 186 बोतल शराब भी जब्त किया गया।

पकड़े गए दोनों आरोपियों को पीरबहोर थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। नारकोटिक्स एक्ट के तहत अधिकारियों ने दुकानदार और पकड़े गए दोनों आरोपियों पर केस दर्ज कराया है। ड्रग इंस्पेक्टर की मानें तो एक दिन पहले ही अवैध रूप से नशीली दवाइयां की बड़ी खेप गोविंद मित्रा रोड में पहुंचने की सूचना मिली थी। शुक्रवार से ही पूरी टीम वहां रेकी कर रही थी। शनिवार की सुबह तक टीम को बेनी माधव लेन के एक गोदाम में नशीली दवाइयां और शराब के एक बडी खेप के पहुंचने की पूरी जानकारी मिली।

इसके बाद सहायक औषधि नियंत्रक ने 12 ड्रग इंस्पेक्टर्स की टीम गठित कर वहां छापेमारी कर दी। इस छापेमारी में स्थानीय पुलिस से भी सहयोग लिया गया। फिलहाल इस खुलासे के बाद गोविंद मित्रा रोड के दवा दुकानदारों में खलबली मची हुई है।



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