ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग और आधार कार्ड को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। ओवैसी ने कहा कि देश में मुसलमानों के खिलाफ डर और भेदभाव फैलाने की कोशिश हो रही है, और आम नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन किया जा रहा है।
असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल उठाते हुए कहा, “आज के दौर में लोग होटल में जाकर आधार कार्ड मांग रहे हैं और कह रहे हैं कि अगर नहीं दिखाओगे तो पैंट उतारनी पड़ेगी। कौन हैं आप जो यह तय करेंगे? आपको होटल में जाकर यह पूछने का अधिकार किसने दिया? सुप्रीम कोर्ट पहले ही कह चुका है कि किसी भी नागरिक से इस तरह जबरदस्ती नहीं की जा सकती तो ऐसा क्यों किया जा रहा है।”
ओवैसी ने बिहार में चुनाव आयोग की ओर से की जा रही मतदाता सूची की समीक्षा को लेकर भी कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, “बिहार जैसे राज्य में, जहां सीमांचल जैसे क्षेत्र बाढ़ की मार झेलते हैं, वहां आप इतनी जल्दी में कैसे वोटर लिस्ट पर काम कर सकते हैं? जब 2024 में चुनाव हुआ था, तब भी यही मतदाता सूची थी। अब अचानक इसमें फेरबदल क्यों?”
ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी बिहार चुनाव को लेकर पूरी तरह तैयार है। उन्होंने आगे कहा, “हम बिहार में एक ताकत हैं और आने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी उपस्थिति मजबूती से दर्ज कराएंगे।” उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की है कि वह तुरंत सर्वदलीय बैठक बुलाए और सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों के अनुसार काम करे।