DGP से VRS ले चुके गुप्तेश्वर पांडेय का “गुप्त” अभियान, क्या लड़ेंगे चुनाव ?

Ritesh Mishra Ritesh Mishra
राज्य Updated On :

पटना। बिहार के डीजीपी पद से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) लेने के बाद गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि अभी तक वो किसी राजनीतिक पार्टी से नहीं जुड़े हैं। राजनीतिक पार्टी ज्वाइंन करने को लेकर उन्होने कोई फैसला नहीं लिया है। उन्होंने कहा कि अगर सामाजिक कार्य करने की बात है तो वो बिना राजनीति में आए भी कर सकते हैं। गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि कई लोग मुझे ट्रोल कर रहे हैं। सुशांत मामले से जोड़कर लोग देख रहे हैं। मेरे वीआरएस से सुशांत मामले का कोई लेना देना नहीं है।

सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में रिया चक्रवर्ती पर औकात वाले कमेंट के बाद सुर्ख़ियों में आये बिहार के DGP गुप्तेश्वर पांडेय ने बिहार विधान सभा से ठीक पहले वीआरएस यानि स्वैच्छिक सेवानिवृति ले ली है। बिहार के गृह विभाग की देर शाम जारी अधिसूचना में कहा गया है कि राज्यपाल फागू चौहान ने गुप्तेश्वर पांडेय के अनुरोध को मंजूरी दे दी है।

अब एसके सिंघल को बिहार के पुलिस महानिदेशक के पद का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। अब ऐसी अटकलें भी लगाई जा रहीं है कि पांडेय विधान सभा चुनाव लड़ सकते हैं। गुप्तेश्वर पांडेय ने 2009 में लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए समय से पहले सेवानिवृत्ति ले ली थी, लेकिन बाद में राज्य सरकार ने उनकी वीआरएस याचिका स्वीकार नहीं की और उन्हें पुलिस सेवा में बहाल कर दिया था।

आपको बता दें कि बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले की जांच करने गई एसआईटी को लीड करने मुंबई गए बिहार के आईपीएस विनय तिवारी को जबरन क्वारंटाइन करने को लेकर सु्प्रीम कोर्ट की गंभीर टिप्पणी की थी। इसके बावजूद बीएमसी की ओर से आईपीएस को क्वारंटाइन मुक्त नहीं करने पर बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने ट्वीट करते हुए अफसोस जताया था।

 

 



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