राजौरी/जम्मू। जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के एक गांव में रविवार की शाम संदिग्ध आतंकवादियों ने एक समुदाय विशेष के लोगों के तीन मकानों पर गोलीबारी की।
अधिकारियों ने बताया कि घटना में चार लोग मारे गए हैं, जबकि छह अन्य घायल हो गए हैं।
गौरतलब है कि घाटी के मुकाबले बेहद शांत रहने वाले जम्मू क्षेत्र में पिछले कई वर्षों में यह पहला ऐसा हमला है और वह भी नये साल के पहले दिन हुआ है।
जम्मू जोन के अवर पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह ने बताया कि पुलिस, सेना और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने संयुक्त रूप से विस्तृत घेराबंदी की है और तलाशी अभियान चलाया है, ताकि अपर डांगरी गांव में हुई गोलीबारी में लिप्त दो ‘हथियारबंद लोगों’ को पकड़ा जा सके।
सिंह ने बताया था, ‘‘गोलियां एक-दूसरे से करीब 50 मीटर की दूरी पर स्थित तीन मकानों पर चलायी गईं। दो आम नागरिकों की मौत हो गई, जबकि चार घायल हो गए।’’
हालांकि, अधिकारियों ने बाद में बताया कि घायलों में से और दो लोगों की मौत होने से मरने वालों की संख्या बढ़कर चार हो गई है।
प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से अधिकारियों ने बताया कि शाम करीब सात बजे दो संदिग्ध आतंकवादी गांव के पास आए और तीनों मकानों पर अंधाधुंध गोलियां चलाने के बाद भाग गए।
एक अधिकारी ने बताया, ‘‘गोलीबारी 10 मिनट के भीतर बंद हो गई। पहले उन्होंने अपर डांगरी में एक मकान पर गोलियां चलाई और फिर 25 मीटर दूर हटने के बाद वहां कई अन्य लोगों को गोलियां मारीं। उन्होंने गांव से भागने से पहले दूसरे मकान से करीब 25 मीटर की दूरी पर स्थित और एक मकान पर गोलियां चलायीं।’’
उन्होंने बताया कि गोलीबारी में कुल 10 लोग घायल हुए जिनमें से तीन लोगों कोसरकारी मेडिकल कॉलेज, राजौरी के चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। वहीं हेलीकॉप्टर से तीन घायलों को जम्मू ले जाया जा रहा था, जिनमें एक की रास्ते में ही मौत हो गई।
अधिकारी ने बताया कि मृतकों की पहचान सतीश कुमार (45), दीपक कुमार (23), प्रीतम लाल (57) और शिशुपाल (32) के रूप में हुई है।