धार (मप्र)। केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने बृहस्पतिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2022 तक देश के सभी अवासहीन परिवारों को मकान देने का वादा किया है और इसके लिए हमने 2.95 करोड़ आवास बनाने का लक्ष्य रखा है।
डिजिटल माध्यम से मध्यप्रदेश के सवा लाख ग्रामीण परिवारों का प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के तहत निर्मित आवासों में गृह प्रवेश करवाते हुए तोमर ने धार में ग्रामोदय मिशन के राज्य-स्तरीय कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने इस बात का प्रयत्न किया है कि 2022 तक देश के सभी अवासहीन बंधुओं को अपना मकान मिल जाए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसके लिए हमारा 2022 तक 2.95 करोड़ आवास बनाने का लक्ष्य है। अब तक देशभर में एक करोड़ 32 लाख से ज्यादा मकान बनाए जा चुके हैं।’’
इस अवसर पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में धार में मुख्य आयोजन संपन्न हुआ। कार्यक्रम में ग्रामीण विकास विभाग द्वारा निर्मित 10,500 से ज्यादा सामुदायिक कार्यों का लोकार्पण किया गया। इनमें 6,000 सामुदायिक स्वच्छता परिसर, 2000 खेल मैदान, 2000 शांतिधाम और 634 पंचायत भवन शामिल हैं।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री चौहान ने रिमोट कंट्रोल का बटन दबाकर प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के पांच लाख हितग्राहियों के बैंक खातों में 2,000 करोड़ रुपये की राशि जारी की।
तोमर ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान जी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश तेजी से प्रगति कर रहा है और केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में मध्यप्रदेश देश में अव्वल स्थान पर है।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश को केंद्र सरकार ने 26.28 लाख आवासों का आवंटन किया है। पूर्ववर्ती सरकार की आवास बनाने में कोई इच्छा नहीं थी। लेकिन चौहान का दोबारा नेतृत्व मध्यप्रदेश प्राप्त हुआ है और कार्यों में गति आई है। अब तक मध्यप्रदेश में 18.26 लाख आवास बन चुके हैं। आवास योजना के तहत 16,528 करोड़ रुपये केंद्र ने जारी किए हैं और मध्यप्रदेश इसका सदुपयोग कर रहा है।
तोमर ने कहा कि आवास योजना के तहत के पिछले इतिहास में देखे तो सप्रंग (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की) सरकार के कार्यकाल में एक साल में सिर्फ छह लाख आवास बनते थे, लेकिन अब हमारी सरकार में 29 लाख मकान प्रतिवर्ष बनाकर गरीबों को दिए जा रहे हैं। मध्यप्रदेश में संप्रग शासनकाल में एक साल में औसतन 16,000 मकान बनते थे। अब आवासों का आवंटन और पैसा बढ़ा तो मध्य प्रदेश में एक वर्ष में 3.25 लाख मकान बन रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश देश में आवास योजना की प्रगति में देश में दूसरे नंबर पर आकर खड़ा हो गया है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि वे गरीब भाई बहन जो कच्चे मकानों में रहते थे आज उनके पक्के मकान बने हैं और आज उनका गृह प्रवेश हो रहा है। आज सवा लाख मकानों में गृह प्रवेश हुआ है, इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कर कमलों से और ग्रामीण विकास मंत्री नरेंन्द्र सिंह तोमर की उपस्थिति में पौने दो लाख परिवारों का गृह प्रवेश हो चुका है। मध्यप्रदेश में कोराना काल में एक साल में तीन लाख मकान बनाकर पूर्ण किए गए हैं।
चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री अद्भुत इंसान हैं, गरीबों के भगवान है। मध्यप्रदेश सरकार उनकी प्रेरणा से गरीबों के आवास बनाने का काम जारी रखेगी। मध्यप्रदेश की धरती पर कोई भी गरीब बिना पक्के मकान के नहीं रहेगा। हर गरीब की बुनियादी जरूरत पूरी करने का अभियान लगातार जारी है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि गरीबों के कल्याण के लिए धन की कमी नहीं होने दी जाएगी।
मध्य प्रदेश की पूर्व कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि बीच में जो सरकार आई थी उसने झूठे वादे करके लोगों से धोखा दिया था। आदिवासी भाइयों से कांग्रेस सरकार ने सैंकड़ों वादे किए थे लेकिन एक भी पूरा नहीं किया।
चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश का कोई भी गांव बिना पक्की सड़क के नहीं छोड़ा जाएगा। आदिवासी जिलों में पेयजल की दिक्कत को दूर किया जा रहा है। आने वाले तीन साल में प्रदेश के हर गांव में घरों में नल से पानी की आपूर्ति की जाएगी। 31 मार्च तक 26 लाख घरों में नलजल कनेक्शन दिया जा रहा है और तीन साल में एक करोड़ दो लाख घरों में नल का कनेक्शन दिया जाएगा।