मुंबई। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को परिवहन के ऐसे माध्यम अपनाने पर बल दिया जो किफायती और पर्यावरण के अनुकूल हों। राज्य सरकार और ऑब्ज़र्वर रिसर्च फाउंडेशन की ओर से आयोजित ‘कोलाबा कन्वर्सेशन’ सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण के बिना विकास को परिभाषित नही किया जा सकता।
डिजिटल माध्यम से आयोजित सम्मेलन में हैम्बर्ग (जर्मनी) स्टेट काउंसिलर अल्मुट मोलर, कैलिफोर्निया (अमेरिका) के लेफ्टिनेंट गवर्नर एलेनि कुनलाकिस तथा न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया समेत अन्य देशों के लोग शामिल थे। ठाकरे ने कहा कि कोरोना के कारण दुनिया का कामकाज रुक गया लेकिन इसी दौरान यह सीख भी मिली कि पर्यावरण की देखभाल करते हुए किस प्रकार आगे बढ़ना चाहिए।
उन्होंने कहा, आज हम सभी विकास चाहते हैं। लेकिन कोरोना के कालखंड में हमें विकास को एक नयी रौशनी में देखने का अवसर मिला। आज हम किफायती आवास के बारे में बात कर रहे हैं। इसी प्रकार हमें ऐसी परिवहन व्यवस्था के बारे में भी बात करनी होगी जो किफायती और पर्यावरण के अनुकूल हो।
अपनी बात के समर्थन में ठाकरे ने बृहन्मुंबई बिजली आपूर्ति और परिवहन (बेस्ट) का उदाहरण दिया जो इलेक्ट्रिक बसें, मेट्रो परियोजनाएं चला रही है। इसके अलावा ठाकरे ने अपनी सरकार द्वारा आरे कॉलोनी में आठ सौ एकड़ क्षेत्र को संरक्षित वन घोषित करने के फैसले का भी उल्लेख किया।