ओडिशा के गंजम में मनरेगा के तहत दो महीनों में एक करोड़ श्रम दिवसों का सृजन

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ओडिशा Updated On :

बेरहामपुर। गंजम जिले में इस वित्त वर्ष में पहले दो महीनों में ग्रामीण रोजगार योजना मनरेगा के तहत एक करोड़ श्रम दिवस सृजित किए गए जो ओडिशा में सबसे ज्यादा है।यह वृद्धि मनरेगा के तहत कार्य की मांग को दर्शाती है खासकर प्रवासी श्रमिकों से जिन्होंने कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान अपनी नौकरी खो दी थी।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक यह जिला राज्य में खर्च के लिहाज से भी शीर्ष पर है जिसने अब तक करीब 220.8 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। हालांकि, यह कार्य पूर्ण होने के लिहाज से राज्य में 12वें स्थान पर है और इसके कार्य पूर्ण करने की दर 80 प्रतिशत है।

सूत्रों के मुताबिक जिन परिवारों ने 100 श्रमदिवस पूरे किए हैं उनकी संख्या 4,656 है। जिलाधिकारी विजय कुलांजे ने बृहस्पतिवार को ट्वीट किया, “गंजम ने मरनेगा योजना के तहत एक करोड़ श्रम दिवस सृजित करने के आंकड़े को पार कर लिया है।”

कुलांजे ने महात्मा गांधी रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत सतत रोजगार सृजन सुनिश्चित करने और लोगों को सशक्त बनाने के लिए जिला ग्रामीण विकास एजेंसी (डीआरडीए) और प्रखंड विकास अधिकारियों को बधाई दी।

गंजम डीआरडीए ने शुक्रवार को ट्वीट किया, “मनरेगा के क्रियान्वयन के लिहाज से 60 दिनों के भीतर एक करोड़ श्रम दिवस सृजित करने की उपलब्धि ओडिशा के इतिहास में मील का पत्थर है।”

जिले का लक्ष्य है कि 2021-22 वित्त वर्ष में 3.29 करोड़ श्रम दिवस सृजित किए जाएं। डीआरडीए के परियोजना निदेशक शिंदे भाउसाहेब ने बताया कि कुल खर्च का 54 प्रतिशत कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों में किया गया। अधिकारी ने दावा किया कि मजदूरी के लगभग सभी भुगतान समयबद्ध तरीके से किए गए।