पंजाब में पिछले 24 घंटे में एक और व्यक्ति की मौत के बाद विनाशकारी बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 52 हो गई है। पंजाब के राजस्व मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां ने बताया कि फिलहाल 22 जिलों के 2,097 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं और 1.91 लाख हेक्टेयर भूमि पर फैली फसलों को नुकसान हुआ है।
लुधियाना में मंगलवार को बाढ़ के कारण एक और व्यक्ति की मौत हो गई, जिसके बाद बाढ़ प्रभावित 15 जिलों में मरने वालों की कुल संख्या 52 हो गई। पठानकोट में तीन लोग अब भी लापता हैं।
बचाव कार्यों के बारे में मुंडियां ने बताया कि पिछले 24 घंटों में 191 और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है और अब तक कुल 23,206 लोगों को बचाया जा चुका है। मंत्री ने बताया कि राज्य में फिलहाल 119 राहत शिविर हैं, जिनमें 5,521 लोग शरण लिए हुए हैं।
मुंडियां ने बताया कि 18 जिलों में 1,91,926.45 हेक्टेयर फसल क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है। एक दिन पहले यह आंकड़ा लगभग 1.84 लाख हेक्टेयर था। उन्होंने कहा कि नौ सितंबर तक 22 जिलों के कुल 2,097 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
बता दें, पंजाब में पांच प्रमुख नदियां बहती हैं जिनका नाम सतलुज, ब्यास, रावी, चिनाब और झेलम है। ये नदियां हिमालय से निकलती हैं और मानसून के दौरान भारी बारिश के कारण इनका जलस्तर तेजी से बढ़ता है। हालांकि राज्य में फिलहाल बारिश नहीं हो रही है और कुछ दिनों के अनुमान से बारिश के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं।
लेकिन पिछले कुछ दिनों में बाढ़ के कहर का असर अब भी डराने वाला है। सरकार ने राहत के लिए कई अहम फैसले किए हैं। वहीं, पठानकोट जिले में अब भी तीन लोग लापता हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि पंजाब में यह बाढ़ न केवल कृषि उत्पादन बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर भी गहरा असर डालेगी।