वाराणसी। सरकार के मनमानेपन के खिलाफ सविनय अवज्ञा सत्याग्रह के 52 में दिन निर्णय लिया कि सर्व सेवा संघ का एक प्रतिनिधि मंडल स्थानीय जनप्रतिनिधियों से मिलकर गांधी – जेपी की विरासत को बचाने के लिए ज्ञापन देगा। प्रतिनिधिमंडल कल 12 जुलाई को क्षेत्रीय विधायक नीलकंठ तिवारी और कोनिया के सभासद अमरदेव यादव और राजघाट की सभासद रीना सोनकर को ज्ञापन देगा।
13 जुलाई को उत्तर रेलवे डीआरएम से सर्व सेवा संघ का एक प्रतिनिधिमंडल लखनऊ जाकर मिलेगा और उनको वाराणसी में रेल अधिकारियों द्वारा सर्व सेवा संघ परिसर में चस्पा की गई अवैधानिक नोटिस के खिलाफ जानकारी देगा और रेल प्रशासन द्वारा राष्ट्रीय नेताओं प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र बाबू, लाल बहादुर शास्त्री, संत विनोबा भावे और जयप्रकाश नारायण द्वारा खरीदी गई रजिस्ट्रीशुदा जमीन को कूट रचित दस्तावेज कहना, यह राष्ट्रीय नेताओं का अपमान है। कानूनविदों की मदद से रेल अधिकारियों के खिलाफ मानहानि का मुकदमा भी करेगा और मानवाधिकार आयोग भी जाएगा।
अगर रेल अधिकारियों का रुख सकारात्मक नहीं होगा तो उत्तर रेलवे लखनऊ मुख्यालय पर धरना भी दिया जाएगा। प्रतिनिधिमंडल यह भी पूछेगा कि अगर सर्व सेवा संघ की जमीन और निर्मित भवन अवैध हैं तो इंदिरा गांधी कला केंद्र को रेलवे ने जमीन कब और कैसे दी?
आज के मुख्यवक्ता लोकतंत्र सेनानी सुरेश सिंह ने कहा कि जयप्रकाश नारायण और सर्व सेवा संघ से मेरा पुराना रिश्ता है। यहां आकर के ही हमने मानवीयता और समता का पाठ पढ़ा। इस भवन को हम किसी भी कीमत पर टूटने नहीं देंगे, जेल गए थे। फिर जेल जाएंगे।
पूर्व एमएलसी अरविंद सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन पूरे बनारस में तोडफोड कर रहा है। बनारस की विरासत सर्व सेवा संघ और राजघाट बेसेंट स्कूल एवं राजघाट बसंत महिला कॉलेज, कृष्णमूर्ति फाउंडेशन को भी तोडऩे पर आमादा है। वाराणसी प्रशासन अपना रवैया नहीं बदलेगा तो कमिश्नर और डीएम के खिलाफ हम आपराधिक मुकदमा भी करेंगे।
जागृति राही ने इस क्षेत्र को ईको जोन और पर्यावरण की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण बताया। कांग्रेस प्रवक्ता संजीव सिंह ने काशी स्टेशन सामने तोड़ी गई बस्तियों के सवाल को उठाया और मानवाधिकार आयोग में जाने की बात कही। सभा मे राजेंद्र सिंह, शंकर माझी, बबलू केवट, विक्की जायसवाल, कौशल गणेश आजाद, जितेंद्र भाई, विनोद जायसवाल, विनोद कुशवाहा आदि ने अपने विचार व्यक्त किए। सभा की अध्यक्षता वयोवृद्ध शिक्षक विद्याधर और संचालन जागृति राही ने किया।