आजमगढ़ ग्राम प्रधान हत्या प्रकरण : अपराधियों पर गैंगस्टर और एनएसए लगाने के निर्देश

राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आजमगढ़ के तरवां थाना क्षेत्र में ग्राम प्रधान की हत्या तथा दुर्घटना में एक बच्चे की मृत्यु का संज्ञान लिया है। अपराधियों के विरुद्ध गैंग्स्टर एक्ट के तहत कार्रवाई कर उनकी सम्पत्ति जब्त करते हुए एनएसए लगाने के निर्देश दिए। साथ ही इस तरह की घटना के लिए जिले के अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

लखनऊ/आजमगढ़। आजमगढ़ जिले के तरवां थानाक्षेत्र में शुक्रवार शाम ग्राम प्रधान की हत्या तथा दुर्घटना में एक बच्चे की मृत्यु के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपराधियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई कर उनकी संपत्ति जब्त करते हुए एनएसए लगाने के निर्देश दिये हैं।

राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आजमगढ़ के तरवां थाना क्षेत्र में ग्राम प्रधान की हत्या तथा दुर्घटना में एक बच्चे की मृत्यु का संज्ञान लिया है। अपराधियों के विरुद्ध गैंग्स्टर एक्ट के तहत कार्रवाई कर उनकी सम्पत्ति जब्त करते हुए एनएसए लगाने के निर्देश दिए। साथ ही इस तरह की घटना के लिए जिले के अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

इस घटना पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को ट्वीट किया, ‘आजमगढ के बांसगांव में दलित प्रधान सत्यमेव जयते पप्पू की स्वतंत्रता दिवस की पूर्वसंध्या में नृशंस हत्या व एक अन्य की कुचलकर मौत की खबर अति-दुःखद। मायावती ने कहा, ‘यूपी में दलितों पर इस प्रकार की हो रही जुल्म-ज्यादती व हत्या आदि से पूर्व की सपा व बीजेपी की वर्तमान सरकार में फिर क्या अन्तर रह गया है?’

उधर राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिजन के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शान्ति की कामना की है। योगी ने अनुसूचित जाति/जनजाति एक्ट के तहत दी जाने वाली सहायता राशि के अलावा मुख्यमंत्री सहायता कोष से पांच पांच लाख रुपए की अतिरिक्त धनराशि पीड़ितों के परिजनों को दिए जाने की घोषणा की है। उन्होंने सम्बन्धित थानाध्यक्ष तथा चौकी इंचार्ज को तत्काल प्रभाव से निलम्बित करने के भी निर्देश दिए।

उल्लेखनीय है कि आजमगढ़ जिले के तरवां थाना क्षेत्र के बांसगांव में ग्राम प्रधान की हत्या और एक बालक की वाहन से कुचल कर मौत के बाद शुक्रवार उग्र हुई भीड़ ने तोड़फोड़ और आगजनी की थी। पुलिस ने बताया कि बांसगांव निवासी सत्यमेव जयते (42) गांव के प्रधान थे। हमलावरों ने ग्राम प्रधान को घर से बुलाकर गोली मारी, जिससे उनकी मौत हो गई। घटना के बाद उग्र हुई भीड़ ने तोड़फोड़ की और कई वाहन फूंक दिए। भीड़ ने एक पुलिस चौकी को भी आग लगा दी। इस बीच किसी वाहन से कुचलकर एक बालक की मौत भी हो गई जिससे भीड़ और उग्र हो गई।

सूचना के बाद डीआईजी सुभाष चंद्र दूबे और पुलिस अधीक्षक त्रिवेणी सिंह सहित पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। कई थानों की पुलिस फोर्स बुलायी गयी लेकिन रात के घुप्प अंधेरें में ग्रामीणों के सामने पुलिस बेबस नजर आयी। अधिकारियों ने लोगों को समझाकर मामले को शांत कराने का प्रयास किया लेकिन भीड़ बेकाबू हो गयी और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस चौकी रासेपुर बोंगरिया में तोड़फोड़ के साथ उसे आग के हवाले कर दिया। स्थिति गंभीर होने पर मौके पर पीएसी बुलाई गयी।

पुलिस के मुताबिक देर रात किसी तरह से पुलिस और पीएसी ने हालात पर काबू पाया। अधिकारियों ने परिजनों को किनारे लाकर बातचीत की, जिसके बाद ग्राम प्रधान और बच्चे के शव को पुलिस ने अपने कब्जे में लिया और पोस्टामार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेजा। पुलिस अधीक्षक सिंह ने बताया कि घटना में शामिल जिन चार लोगों के नाम प्रकाश में आये है उनके खिलाफ 25-25 हजार रूपए का इनाम घोषित कर दिया गया है। इनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट और एनएसए के तहत कार्रवाई की जा रही है।

First Published on: August 15, 2020 1:10 PM
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