कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी के परिजनों ने मोहल्ले को किया केसरिया,पड़ोसियों की शिकायत पर दर्ज हुआ एफआईआर


मुट्ठीगंज के बहादुरगंज में रहने वाले व्यापारी रवि गुप्ता उर्फ रविंद्र ने एक दिन पहले कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि मोहल्ले में ही रहने वाले कमल केसरवानी ने रविवार भोर में अपने 15-20 अज्ञात साथियों संग जबरन उनका घर भगवा रंग से पोतवाने लगा और विरोध पर गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी।



इलाहाबाद के बहादुरगंज इलाके में एक मुहल्ले के सभी घरों के बाहरी हिस्से में भगवा रंग से पुताई कर दी गई है। हालांकि इस दौरान यहां रहने वाले एक व्यापारी ने इसका विरोध किया तो उनके साथ कुछ लोंगों ने गाली-गलौज और धमकी दी है। पीड़ित शख्स ने इस मामले में एफआईआर दर्ज करवा दी दी है। यहां पर उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री नंद गोपाल नंदी का भी घर है और एफआईआर में जिस शख्स का नाम मुख्य तौर पर नाम लिखा गया है वो कमल कुमार केसरवानी हैं जो मंत्री जी के चेचेरे भाई हैं। इस पुताई के दौरान विरोध करने पर हुई कहासुनी की घटना के वीडियो भी बनाए गए हैं। वहीं मंत्री नंद गोपाल नंदी ने पुताई को विकास का काम  बताकर कहा कि इसमें विवाद की बात व्यर्थ है।

मुट्ठीगंज के बहादुरगंज में रहने वाले व्यापारी रवि गुप्ता उर्फ रविंद्र ने एक दिन पहले कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि मोहल्ले में ही रहने वाले कमल केसरवानी ने रविवार भोर में अपने 15-20 अज्ञात साथियों संग जबरन उनका घर भगवा रंग से पोतवाने लगा और विरोध पर गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर कमल को नामजद करते हुए 15-20 अज्ञात पर रिपोर्ट दर्ज की थी।मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने  रात में उसके घर दबिश दी लेकिन वह घर से फरार मिला। सोमवार को भी तलाश की गई लेकिन वह नहीं मिला। कोतवाल जयचंद शर्मा ने बताया कि आरोपी की तलाश की जा रही है। 

पुलिस सूत्रों का कहना है कि फिलहाल जिन धाराओं में मुकदमा हुआ है, उनमें सभी में सात साल से कम की सजा का प्रावधान है। हालांकि पुलिस का कहना है कि आरोपी को 41 ए का नोटिस तामील कराकर विवेचना आगे बढ़ाई जाएगी। उधर सूत्रों के मुताबिक, घटना लॉकडाउन के दौरान अंजाम दी गई, ऐसे में आरोपियों का कृत्य धारा 144 का उल्लंघन व महामारी एक्ट के तहत दंडनीय अपराध की श्रेणी में आता है। ऐसे में मुकदमे में संबंधित धाराओं की बढ़ोत्तरी की जाएगी। 

कोतवाली के बहादुरगंज में रिटायर पशु चिकित्सक जीवन चंद नंद से मारपीट करने वालों का भी सुराग पुलिस हासिल नहीं कर सकी है। भुक्तभोगी ने कोतवाली में एक दिन पहले रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया था कि नंद गोपाल गुप्त नंदी व अभिलाषा गुप्ता के बुलाए 15-20 लडक़ों ने जबरन उनका घर गेरुआ रंग से पोत दिया। विरोध पर उन्हें घसीटकर मारा व उनकी पत्नी से गाली-गलौज की। पुलिस का कहना है कि जांच पड़ताल की जा रही है। मारपीट करने वालों का पता लगाया जा रहा है।

एफआईआर दर्ज कराने वाले बिजनेसमैन रवि गुप्ता ने बताया कि सोमवार की सुबह उन्होंने घर की बालकनी से देखा कि कुछ लोग घर की दीवार की बाहरी हिस्से में भगवा रंग से पुताई कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने एक वीडियो भी बनाया जिसमें साफ सुना जा सकता है कि कोई कह रहा है, ‘देखो कैसे गुंडागर्दी बढ़ गई है’। वहीं एक दूसरी आवाज जिसमें कोई कह रहा है , ‘जब मैं आपसे कह रहा हूं तो इसे रोकिए…कृपया बाहर जाइए’… लेकिन इन बातों का उन लोगों पर कोई असर नहीं होता है… इतना ही नहीं इन लोगों ने परिवार के सदस्यों पर गालियों की झड़ी लगा दी. वहीं एक तीसरी क्लिप में आवाज सुनी जा सकती है जिसमें कोई मंत्री नंद गोपाल नंदी का नाम लेता है और कहता है कि यह सब उनके कहने पर हो रहा है।

इसके बाद एक शख्स ने भगवा रंग के पेंट को बालकनी में खड़े लोगों पर छिड़क देता है जिसकी कुछ छीटें मोबाइल के कैमरे पर भी पड़ जाती हैं। एफआईआर दर्ज कराने वाले सुभाष गुप्ता कहते हैं कि उनको नागरिक के तौर पर संविधान के मुताबिक जो सुरक्षा मिली है उसको कम नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘मुझे भी शांति से रहने का अधिकार है। मैं एक व्यापारी हूं और कोई मुझे संकट में न डाले। मैंने सिर्फ इतना कहा कि मैं अपना घर नहीं पुतवाना चाहता हूं। लेकिन मुझे गाली दी गई और जबरदस्ती घर पोत दिया गया। पुलिस ने एफआईआर दर्ज करके जांच की बात कही है। 

नंद गोपाल नंदी का कहना है कि पुलिस में की गई शिकायत सिर्फ एक साजिश है।सिर्फ भगवा रंग से ही पुताई नहीं की गई है, इसमें लाल, हरा और यहां तक कि चॉकलेटी रंग का भी इस्तेमाल हुआ है। ऐसा लगता है कि कुछ लोगों को सौंदर्यीकरण अच्छा नहीं लगता है। ये लोगो विकास विरोधी हैं। कुछ लोग सोचते हैं तो कि आवाज उठाएंगे तो नेता बन जाएंगे।

मंत्री नंदगोपाल नंदी ने कहा कि यह सिर्फ उनकी गली में नहीं हुआ है विकास की नदी पूरे प्रयागराज में बह रही है। ये विरोध कहीं नहीं सिर्फ समाजवादी पार्टी के एक नेता का है। दरअसल योगी सरकार के मन्त्री नंद गोपाल नंदी के बहादुरगंज स्थित घर के पास एक पुराना शिव मंदिर है, जहां पर हर साल मंत्री के जन्मदिन पर कार्यक्रम होता है।
इस साल कोरोना की वजह से उन्होंने भंडारा और कार्यक्रम नहीं किया। ऐसे में बहादुरगंज मंदिर के आसपास सड़क के किनारे बने घरों को भगवा रंग में रंगा जा रहा है, साथ ही दीवारों पर देवी-देवताओं के चित्र बनाए जा रहे हैं। इलाके में रहने वाले रिटायर्ड पशु चिकित्सक का आरोप है मंत्री नंद गोपाल नंदी के रिश्तेदार और समर्थकों ने विरोध करने के बावजूद घर की दीवार को जबरन भगवा रंग से रंग दिया। वहीं सपा नेता रवि गुप्ता ने भी इसका विरोध किया है। सपा नेता रवि गुप्ता और रिटायर्ड पशु चिकित्सक ने मंत्री के रिश्तेदार और अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है। पुलिस ने भी नामजद व अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

उधर, इस पूरे विवाद पर कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने सफाई देते हुए आरोप लगाया है कि इलाके का विकास और सौंदर्यीकरण किया जा रहा है, अलग-अलग रंगों से रंगाकर इलाके को सुंदर बनाने का प्रयास है, लेकिन कुछ लोग राजनीतिक फायदा लेने के लिए विरोध कर रहे हैं।