
बढ़ती आनुवांशिक बीमारियों (genetic disorder) ने पाकिस्तानियों की चिंता बढ़ा दी है। इसकी सबसे बड़ी वजह रिश्तेदारी में निकाह (Cousin Marriage) का चलन है। चचेरे, ममरे-फुफेरे भाई-बहनों से शादी के कारण जेनेटिक डिसऑर्डर से पीड़ित बच्चों की संख्या बढ़ती जा रही है। यह समस्या पाकिस्तान तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह दुनियाभर के पाकिस्तानियों के बीच एक चिंता का विषय है।
हालांकि, करीबी रिश्तेदारी में शादी की परंपरा किसी एक मजहब या केवल पाकिस्तान से जुड़ी नहीं है। दक्षिण भारतीयों में भी करीबी रिश्तेदारों में शादियां करने की परंपरा है। कई स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रथा की वजह से जेनेटिक डिसऑर्डर यानी आनुवांशिक विकार के मामले बढ़ रहे हैं।
हाल ही में जर्मनी के मीडिया साइट डायचे विले में एस खान ने एक लेख लिखा है। इसमें लेखक ने बताया है कि कैसे कजिन मैरेज की उच्च दर के कारण पाकिस्तान कई चिकित्सा चुनौतियों का सामना कर रहा है। इसके बावजूद देश में कई समुदायों में कजन मैरेज अभी भी आदर्श माना जाता है।
पाकिस्तान में जेनेटिक म्यूटेशन की समस्या
पाकिस्तान में जेनेटिक म्यूटेशन को लेकर 2017 में एक रिपोर्ट आई थी। इस रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान की जनसंख्या की हेट्रोजिनस कंपोजिशन में एक ही विरासत वाली संतानों का स्तर बहुत ऊंचा है। इसी के कारण जीन संबंधी बीमारियां सामने आ रही हैं।
क्या कहती है लैंसेट की स्टडी- खून के रिश्ते में शादी करने से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इस तरह की शादी से पैदा हुए ज्यादातर बच्चों में जन्मजात समस्याएं पाई जाती हैं। लैंसेट की एक स्टडी के मुताबिक, इन लोगों के बच्चों में दिल सबंधी दिक्कत सबसे ज्यादा होती है। इसके बाद तंत्रिका संबंधी विकार और अंगों का पूरी तरह विकसित ना होने जैसी दिक्कतें भी होती हैं। शोधकर्ताओं के मुताबिक खराब लाइफस्टाइल, स्मोकिंग और ज्यादा शराब पीने से भी होने वाले बच्चे में ये दिक्कतें आ सकती हैं लेकिन एक ही परिवार में शादी करने पर ये समस्या ज्यादा देखने को मिलती है।
ब्लड रिलेशन की शादी से होने वाले बच्चों को सेहत से जुड़ी समस्या होती है, इस पर सालों से संदेह किया जा रहा है। इस तरह की शादी से पैदा हुए 11,000 से ज्यादा बच्चों पर की गई UK की एक स्टडी में 386 बच्चों में जन्मजात विसंगतियों पाई गईं। ऐसे बच्चों का आंकड़ा 3 प्रतिशत जबकि समुदाय से बाहर की शादियों से होने वाले बच्चों में जन्मजात विसंगतियों का आंकड़ा 1.6 प्रतिशत पाया गया। ये स्टडी UK के एक छोटे से इलाके ब्रैडफोर्ड के बच्चों पर की गई थी जहां पाकिस्तानी मुसलमानों की आबादी 16.8 फीसदी है। यहां 75 प्रतिशत लोग कजिन मैरिज करते हैं। हालांकि, 3 प्रतिशत के आंकड़े के अलावा ब्रैडफोर्ड की स्टडी में बाकी सारे बच्चे उसी तरह सामान्य और स्वस्थ पाए गए जैसे कि नॉन-कजिन मैरिज से होते हैं।