वाशिंगटन। अमेरिका में गृहयुद्ध के हालात पैदा करने वाले डोनॉल्ड ट्रंप के लिए आने वाले दिन काफी कठीन हो सकते हैं, क्योंकि डोमोक्रेटिक पार्टी के साथ-साथ उनकी खुद की पार्टी रिपब्लिकन के सांसद भी उनके खिलाफ खड़े हो गए हैं और 12 दिन बचे कार्यकाल के पहले ही पद से हटाने के लिए सभी तरह की तैयारियों में जुट गए हैं।
अमेरिकी कांग्रेस (संसद) निवर्तमान राष्ट्रपति ट्रंप को अब इस पद पर बिल्कुल भी बने नहीं रहने देना चाहती है और सब कुछ ठीक रहा तो अगले दो दिनों में अमेरिकी संविधान के 25वें संशोधन को अमल में लाकर अथवा महाभियोग चलाकर उनको पद से बेदखल कर शुरू हो जाएगी।
अमेरिका में बदल रहे हालातों पर नजर डालें तो आने वाले 12 दिन काफी तनाव भरे रहने वाले हैं। इस दौरान अमेरिकी जनता, लोकतंत्र, संसद और मीडिया सहित ट्रंप और उग्र दक्षिणपंथ की कड़ी परीक्षा हैं। 12 दिनों के अंदर दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र के चेहरे नकाब हटेगा और दुनिया को जो भी दिखेगा समझो वहीं असली 24 कैरेट वाला अमेरिका होगा।
इसी कड़ी में डेमोक्रेटिक पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने उप राष्ट्रपति माइक पेंस से अनुरोध किया है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ‘विद्रोह भड़काने’’ के कारण पद से हटाने के लिए वह अमेरिकी संविधान का 25वां संशोधन लागू करें।
संविधान में 25वां संशोधन उप राष्ट्रपति तथा मंत्रिमंडल के सदस्यों को बहुमत से राष्ट्रपति को पद से हटाने का रास्ता साफ करता है।
सदन की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी तथा सीनेट में डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता चक शूमर ने बृहस्पतिवार को एक संयुक्त वक्तव्य में कहा, ‘‘राष्ट्रपति की खतरनाक एवं राजद्रोह कारक गतिविधियों के चलते उन्हें पद से तत्काल हटाना आवश्यक हो गया है।’’
इससे पहले, डेमोक्रेटिक पार्टी के दो नेताओं ने पेंस से इस विषय पर बात करने का प्रयास किया था, लेकिन वह बात नहीं कर सके थे।
वक्तव्य में पेलोसी और शूमर ने एक संयुक्त वक्तव्य में कहा, ‘‘आज सुबह, हमने उप राष्ट्रपति पेंस से अनुरोध किया कि वह 25वां संशोधन लागू करें जिसके तहत विद्रोह भड़काने तथा खतरा उत्पन्न करने पर राष्ट्रपति को उप राष्ट्रपति तथा मंत्रिमंडल के सदस्य बहुमत से पद से हटा सकते हैं। हालांकि उप राष्ट्रपति की ओर से अभी इस बारे में कोई जवाब प्राप्त नहीं हुआ है।’’
बृहस्पतिवार को पेलोसी और शूमर ने अलग-अलग संवाददाता सम्मेलन किए जिनमें उन्होंने कहा कि यदि ट्रंप को 25वें संशोधन के जरिए पद से नहीं हटाया गया तो वे कांग्रेस में उनके खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाएंगे।
गौरतलब है कि अमेरिका में लोकतंत्र पर एक अप्रत्याशित हमले में, बुधवार को निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हजारों समर्थकों ने वाशिंगटन डीसी स्थित कैपिटल (अमेरिकी संसद भवन) पर हमला किया और पुलिस के साथ भी उनकी झड़प हुई थी। इसमें चार लोगों की जान चली गई थी।
इस दौरान ट्रंप समर्थकों ने संसद के संयुक्त सत्र को बाधित करने का प्रयास किया जिसमें नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन और नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की जीत की पुष्टि होनी थी।