चंडीगढ़/नई दिल्ली। राहुल गांधी की पंजाब के विभिन्न क्षेत्रों से निकली “खेती बताओ यात्रा” को आज तीसरे दिन हरियाणा में प्रवेश करने के दौरान ही पंजाब-हरियाणा सीमा पुलिस ने रोक दिया। राहुल गांधी इस रैली के माध्यम से मंगलवार को हरियाणा के कुरुक्षेत्र के पीपली और पहोवा में किसानों की सभा को संबोधित करने वाले थे।
“खेती बताओ यात्रा” के दौरान पटियाला के सर्किट हाउस में किसानों की सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि चुनावी घोषणा पत्र में हमारा उद्देश्य किसानों की आय को बढ़ाना और किसानों को अपनी कृषि उत्पादों को बेचने के लिए हर चार किलोमीटर पर मंडी स्थापित करना है।
राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार का नया कृषि कानून से किसानों के नुकसान के साथ ही खाद्य सुरक्षा सिस्टम पूरी तरह से तबाह हो जाएगा। बता दें कि नये कृषि कानून का विरोध मोदी सरकार की सहयोगी पार्टी रही पंजाब की अकाली दल भी कर रहा है और इसके विरोध में पार्टी की एक मंत्री हरसिमरत कौर ने इस्तीफा भी दे दिया है।
किसान विरोध रैली को राहुल गांधी रविवार को पंजाब से शुरू किया था जिसमें राहुल गांधी किसानों के साथ ट्रैक्टर पर बैठकर रैली की अगुवाई कर रहे हैं। इस रैली में पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह सहित पार्टी और दूसरे कई नेता और किसान शामिल हुए।
मोदी जी का हर फ़ैसला आम जनता को मजबूर और कुछेक पूँजीपति मित्रों को और मज़बूत बनाता है।
इस जन विरोधी सरकार के ख़िलाफ़ मैं आपके साथ हूँ और किसी भी हाल में हम पीछे नहीं हटेंगे। pic.twitter.com/3IPiCTgMdr
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 5, 2020
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को यहां आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन कृषि कानूनों से ‘किसानों और मजदूरों को वैसे ही खत्म’ कर रहे हैं जैसे उन्होंने नोटबंदी और जीएसटी से छोटे दुकानदारों को ‘बर्बाद’ कर दिया था।
राहुल ने यहां एक सभा को संबोधित करते हुए भाजपा नीत केंद्र सरकार से सवाल किया कि इस महामारी के समय भी कानून लाने की क्या जल्दी थी। उन्होंने कहा, ‘‘जिस प्रकार उन्होंने (मोदी) जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) और नोटबंदी से छोटे दुकानदारों और छोटे व मंझोले व्यवसायों को समाप्त कर दिया, उसी प्रकार वह किसानों और श्रमिकों को खत्म कर रहे हैं तथा इन तीन कानूनों से आपका गला काटा जा रहा है।”
राहुल गांधी ने अनाजों की खरीद और सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया और स्वीकार किया कि उनमें कमियां थीं। उन्होंने कहा, ‘‘इस प्रणाली को मजबूत बनाने की आवश्यकता है और अधिक संख्या में मंडियों को स्थापित करने की आवश्यकता है। एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) की गारंटी देने की जरूरत है। किसानों को बुनियादी ढांचा मुहैया कराने की जरूरत है। भंडार गृह स्थापित करने की आवश्यकता है।’’
राहुल गांधी ने आरोप लगाया, ‘‘नरेंद्र मोदी ऐसा नहीं कर रहे हैं। मोदी व्यवस्था को मजबूत नहीं कर रहे हैं… अगर मोदी बेहतर पीडीएस देते हैं और एमएसपी की गारंटी देते हैं, ज्यादा मंडियां देते हैं तो अंबानी और अडानी पैसा नहीं बना सकते।’’