पटना। बिहार में अपनी पहली चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां शुक्रवार को कहा कि देश में केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानूनों का विरोध कर रहे लोग न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) और मंडियों की बात कर बिचौलियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने दावा किया कि चुनाव से पहले ही बिहार के लोगों ने अपना संदेश दे दिया है और सभी सर्वेक्षण दर्शाते हैं कि राज्य में राजग की सरकार कायम रहेगी।
मोदी ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले प्रचार के तहत एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि कानूनों का विरोध कर रहे लोग एमएसपी और मंडियों की बात कर बिचौलियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने लोजपा संस्थापक एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान और मुख्य विपक्षी पार्टी राजद के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए अपनी पहली बिहार चुनाव रैली की शुरुआत की।
मोदी ने कहा कि चुनाव से पहले ही बिहार के लोगों ने अपना संदेश दे दिया है और सभी सर्वेक्षण दर्शाते हैं कि राज्य में राजग की सरकार बनी रहेगी। उन्होंने कहा, ‘‘लोगों ने फैसला किया है कि जिन लोगों का बिहार को ‘बीमारू’ बनाने का इतिहास रहा है, उन्हें वापस लौटने की अनुमति नहीं दी जाएगी।’’
प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर में संविधान के अनुच्छेद 370 को बहाल करने की विपक्ष की मांग को लेकर उसकी आलोचना की और विपक्ष पर भारत को कमजोर करने का षड्यंत्र रचने वालों का पक्ष लेने का आरोप लगाया।
बिहार में भाजपा और जनता दल (यूनाईटेड) के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) का गठबंधन है। राजग के मुकाबले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेतृत्व में कांग्रेस और वामपंथी दलों का महागठबंधन मैदान में है।
केंद्र में भाजपा की सहयोगी और पूर्व केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान द्वारा गठित लोक जनशक्ति पार्टी अकेले चुनाव मैदान में है जबकि पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सहित कुछ छोटे दलों का गठबंधन भी चुनावी मैदान में ताल ठोक रहा है।
बिहार विधानसभा चुनाव तीन चरणों में, 28 अक्टूबर (71 सीटों), 3 नवंबर (94 सीटों) और 7 नवंबर (78 सीटों) होगा। मतगणना 10 नवंबर को होगी।