औरंगाबाद हादसे के बाद गाजियाबाद में रेलवे ने बढ़ाई पटरियों पर चौकसी


औरंगाबाद में ट्रेन से कटकर 16 मजदूरों की मौत खबर मिलने केबाद से रेलवे ने रेल पटरियों की भी सुरक्षा बढ़ा दी है। आलम यह है कि प्रवासी श्रमिकों को जगह जगह रोकने के लिए आरपीएफ, सिविल पुलिस और जीआरपी ने मोर्चा सम्भाला है और यत्र-तत्र पिकेट लगाकर पटरियों के सहारे जा रहे श्रमिकों को रोका जा रहा है।



गाजियाबाद। पूरे देश में बड़ी संख्या में पटरियों के सहारे अपने अपने घरों को वापस लौट रहे मजदूरों में से कुछ के औरंगाबाद में रेलवे लाइन पर ट्रेन से कटने के बाद रेलवे अधिकारी चौकन्ने हो गए हैं।
जैसे ही उन्हें औरंगाबाद में ट्रेन से कटकर 16 मजदूरों की मौत होने की खबर मिली, उसके बाद से रेलवे ने रेल पटरियों की भी सुरक्षा बढ़ा दी है। आलम यह है कि प्रवासी श्रमिकों को जगह जगह रोकने के लिए आरपीएफ, सिविल पुलिस और जीआरपी ने मोर्चा सम्भाला है और यत्र-तत्र पिकेट लगाकर पटरियों के सहारे जा रहे श्रमिकों को रोका जा रहा है।

कोटगांव फाटक पर आरपीएफ प्रभारी पीके नायडू ने बताया कि बड़ी संख्या में श्रमिक पटरियों के सहारे अपने अपने घरों को जा रहे हैं। जिससे उनकी जान को खतरा है। इसलिये उन्हें रोकने के लिए गश्त बढ़ाई गई है, ताकि इन श्रमिकों को यहीं रोका जा सके।
बता दें कि इन प्रवासियों के जाने की व्यवस्था सरकार के निर्देश पर की जाएगी। लेकिन पटरियों पर जाने वाले श्रमिकों को अब वहां से आवागमन नहीं करने दिया जाएगा। इसके लिए अब लगातार आरपीएफ-जीआरपी की पिकेट तैनात रहेगी। इसके अलावा, फाटक को भी पार करने वालों पर भी सख्ती से रोक लगाई जाएगी। कोटगांव फाटक, अर्थला, चिपियाना फाटक सहित एक दर्जन से अधिक पिकेट पर गश्त तैनात की गई है, ताकि श्रमिकों को पटरियों के सहारे जाने से रोका जा सके।



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