भारतीय बाजार से विदेशियों की जगी उम्मीद, मई के पहले पखवाड़े में भारतीय शेयरों में 17,000 करोड़ से अधिक का किया निवेश


विशेषज्ञों का मानना है कि FPI भारत में निवेश करने से पहले कोरोना वायरस की स्थिति पर नजर रखेंगे। मसलन यह महामारी कितनी फैलती है और इसका अर्थव्यवस्था पर क्या असर होता है।FPIने अप्रैल में भारतीय शेयर बाजारों से 6,883 करोड़ रुपये और मार्च में 61,973 करोड़ रुपये की निकासी की थी। इससे पहले फरवरी में FPIने शेयरों में 1,820 करोड़ रुपये का निवेश किया था।



नई दिल्ली। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने मई के पहले पखवाड़े में भारतीय शेयर बाजारों में 17,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है। इससे पिछले दो माह के दौरान विदेशी निवेशकों ने शेयरों में बड़ी निकासी की थी।
विशेषज्ञों का मानना है कि FPI भारत में निवेश करने से पहले कोरोना वायरस की स्थिति पर नजर रखेंगे। मसलन यह महामारी कितनी फैलती है और इसका अर्थव्यवस्था पर क्या असर होता है। एफपीआई ने अप्रैल में भारतीय शेयर बाजारों से 6,883 करोड़ रुपये और मार्च में 61,973 करोड़ रुपये की निकासी की थी। इससे पहले फरवरी में FPI ने शेयरों में 1,820 करोड़ रुपये का निवेश किया था।
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार FPI ने इस महीने यानी 15 मई तक 17,363 करोड़ रुपये का निवेश किया है। हालांकि इस दौरान उन्होंने ऋण या बांड बाजार से 18,355 करोड़ रुपये की निकासी की है।

आशिका स्टॉक ब्रोकिंग के शोध प्रमुख आशुतोष मिश्रा ने कहा, ‘‘मई में FPI का निवेश मुख्य रूप से कुछ बड़े सौदों में हुआ। सात मई को FPI ने हिंदुस्तान यूनिलीवर की 25,000 करोड़ रुपये की शेयरों की पेशकश में से ज्यादातर की खरीदारी की। इसके अलावा बात की जाए, तो FPI भारतीय बाजारों में बिकवाल बने रहे।’’



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