श्रम विभाग 10.5 लाख श्रमिकों के खाते में डाल चुका है दूसरी किश्त


अधिकारियों ने बताया कि सरकार नेकुल पंजीकृत 19 लाख 27 हजार 925 श्रमिकों में 17 लाख 66 हजार 526 श्रमिकों को खाता नम्बर श्रम विभाग के पास मिल गया है, जबकि शेष को नकद भुगतान किया गया है। वहीं सहायता राशि की दूसरी किश्त श्रम विभाग ने 10 लाख 86 हजार 35 श्रमिकों के खाते में डाल दी है।



लखनऊ। कोरोना महामारी में मजदूरों की सहायता के लिए हर स्तर पर प्रदेश सरकार जी-जान से लगी हुई है। श्रम विभाग भी पूरे प्रदेश में पंजीकृत श्रमिकों के खाते में दूसरी किश्त भेज रहा है। पहली किश्त की प्रक्रिया पूरी हो गयी है।
सरकार ने कुल पंजीकृत 19 लाख 27 हजार 925  श्रमिकों में 17 लाख 66 हजार 526 श्रमिकों को खाता नम्बर श्रम विभाग के पास मिल गया है, जबकि शेष को नकद भुगतान किया गया है। वहीं सहायता राशि की दूसरी किश्त श्रम विभाग ने 10 लाख  86 हजार 35 श्रमिकों के खाते में डाल दी है।
स्थिति यह है कि श्रम विभाग के अधिकारी कर्मचारी इस कोरोना काल में अवकाश के दिनों में भी घर पर नहीं रह पा रहे हैं। उन्हें फील्ड अथवा ऑफिस में जाकर मजदूरों से संबंधित फाइलों को निपटाना पड़ रहा है। इस संबंध में सोमवार को लखनऊ मंडल के एएलसी राधे मोहन तिवारी ने बताया कि जब पूरा देश संकट में है। हमारे मजदूर वर्ग को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही हो तो ऐसे में विभाग के लोगों को नींद कैसे आ सकती है। यह समय अपनी ड्यूटी करने का नहीं है। यह समय अपने कर्तव्य निर्वहन का है, जिसे हम सभी कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि लखनऊ मंडल के छह जिलों में 158907 श्रमिकों को पहली एक हजार रूपये की किश्त भेजी जा चुकी है। दूसरी किश्त भी भेजने की प्रक्रिया लगातार चल रही है। इसमें अब तक 74967 श्रमिकों के खाते में दूसरी किश्त भेज दी गयी है।
तिवारी ने बताया कि इस सप्ताह तक सभी श्रमिकों को पैसा भेज दिया जाएगा। सभी लोग कार्य में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि श्रमिकों के हितों को देखते हुए ही सोमवार को ईद के बावजूद कई कार्य निपटाये जा रहे हैं। लखनऊ मंडल के अपर श्रमायुक्त बीके राय ने कहा कि श्रम विभाग हमेशा से श्रमिकों के हितों का ध्यान रखता है। सभी लोगों ने दिन-रात एक कर कुछ ही समय में श्रमिकों के खाता को खोज निकाला। इसके लिए हमारे कर्मचारी लाकडाउन की स्थिति में भी गांव-गांव जाकर श्रमिकों से संपर्क कर उनके खाता नम्बर लिए, कुछ का नहीं था, उनका खाता खोलवाया गया।



Related