
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने बुधवार को ईद-उल-अजहा की मुबारकबाद दी और कोरोना वायरस की रोकथाम में उच्चतम न्यायालय के कदमों की सराहना करते हुए केंद्र और राज्य सरकारों से संक्रमण के प्रति गंभीर होकर जनता की भलाई के लिए काम करने की अपील की।
बसपा प्रमुख ने बुधवार को ट्वीट किया, ‘‘ईद अल अजहा की सभी को दिली मुबारकबाद एवं शुभकामनाएं। अपने परिवार एवं पड़ोसियों की सुरक्षा एवं भलाई के लिए जरूरी है कि सभी कोरोना वायरस के नियमों का पूरा पालन करते हुए बिना भीड़भाड़ के ईद मनाएं।’’
1. ईद अल अजहा की सभी को दिली मुबारकबाद व शुभकामनाएं। सभी अपने स्वयं के परिवार एवं पड़ोसी की सुरक्षा व भलाई आदि के लिए भी जरूरी है कि कोरोना के नियमों का सही से पालन करते हुए बिना भीड़भाड़ के ईद मनाएं। तो यह बेहतर होगा।
— Mayawati (@Mayawati) July 21, 2021
उन्होंने एक अन्य ट्वीट किया, ‘‘कोरोना वायरस से बचाव एवं इसकी रोकथाम के लिए माननीय न्यायालयों ने देर से ही सही, लेकिन सराहनीय कदम उठाया। अब सभी सरकारें भी कोरोना वायरस के प्रति अति-गंभीर होकर जनता की भलाई का पूरा ध्यान रखें एवं लोग भी टीका जरूर लगवाएं।’
2. वैसे कोरोना से बचाव व इसकी रोकथाम आदि के मामले में देर से ही सही माननीय न्यायालयों द्वारा उठाया गया कदम सराहनीय। अब सभी सरकारें भी कोरोना के मामले में अति-गम्भीर होकर जनता की भलाई का पूरा ध्यान रखें, व जनता भी कोरोना टीका जरूर लगवायें।
— Mayawati (@Mayawati) July 21, 2021
गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने कोविड-19 की उच्च संक्रमण दर वाले क्षेत्रों में बकरीद के मौके पर केरल सरकार द्वारा पाबंदी में दी गई छूट को मंगलवार को ‘‘पूरी तरह से अनुचित’’ करार दिया और कहा कि व्यापारियों के दबाव के आगे झुकना ‘‘दयनीय स्थिति’’ को दिखाता है। न्यायालय ने केरल सरकार को निर्देश दिया कि वह संविधान के अनुच्छेद 21 (जीवन और व्यक्तिगत स्वतंत्रता का अधिकार) पर ध्यान दे और उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा को लेकर दिए गए उसके आदेश के नियमों का अनुपालन करें। उच्चतम न्यायालय ने 16 जुलाई को उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा के मामले पर सुनवाई करते हुए टिप्पणी की थी कि धार्मिक सहित सभी भावनाएं जीवन के अधिकार के आगे गौण है।