कुख्यात अपराधी विकास दुबे के एनकाउंटर पर विपक्ष ने खड़े किये सवाल


एसटीएफ और यूपी पुलिस का दल विकास दुबे को लेकर ट्रांजिट रिमांड पर उज्जैन
से
कानपुर पहुंचा था। इस बीच, कानपुर में आठ पुलिस वालों के हत्या का अपराधी
विकास को रास्ते में ही कथित पिस्टल छिनकर भागने के दौरान मार दिया जाता
है। इस पर राजनीतिक बयान बाजी का दौर शुरू हो गया है। अखिलेश, प्रियंका और
माया सहित अन्य विपक्ष के नेताओं ने ट्वीट कर सवाल खड़े किये हैं।



लखनऊ। कुख्यात अपराधी विकास दुबे का कानपुर में हुए एनकाउंटर पर राजनीतिक बयान बाजी का दौर शुरू हो गया है। आज सुबह करीब 7 बजे एसटीएफ और यूपी पुलिस का दल विकास दुबे को लेकर ट्रांजिट रिमांड पर उज्जैन से
कानपुर पहुंचा था। पुलिस का दल विकास को कानपुर के कोर्ट में पेश करने वाला था। इसके बाद
विकास दुबे की अपराध, राजनीति और पुलिस के साथ गठजोड़ का पर्दाफाश होने की उम्मीद थी। इस बीच, कानपुर में आठ पुलिस वालों के हत्या का अपराधी
विकास को जिस गाड़ी में लाया जाता है वो रास्ते में पलट जाती है और विकास कथित पिस्टल छिनकर भागने के दौरान मार दिया जाता
है। इस घटनाक्रम पर राजनीतिक बयान बाजी का दौर शुरू हो गया है। अखिलेश, प्रियंका और
माया सहित अन्य विपक्ष के नेताओं ने ट्वीट कर यूपी सरकार और पुलिस पर सवाल खड़े किये हैं।   

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, दरअसल ये कार नहीं पलटी है, राज खुलने से सरकार पलटने से बचाई गई है।

बसपा की मुखिया मायावती ने ट्वीट किया, कानपुर पुलिस हत्याकाण्ड की तथा साथ ही इसके मुख्य आरोपी दुर्दान्त विकास दुबे को मध्यप्रदेश से कानपुर लाते समय आज पुलिस की गाड़ी के पलटने व उसके भागने पर यूपी पुलिस द्वारा उसे मार गिराए जाने आदि के समस्त मामलों की माननीय सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में निष्पक्ष जाँच होनी चाहिए।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने विकास दुबे मामले में कई ट्वीट कर यूपी सरकार और पुलिस को फेल बताया था। पिछले ट्वीट में उनका कहना था, कानपुर के जघन्य हत्याकांड में यूपी सरकार को जिस मुस्तैदी से काम करना चाहिए था, वह पूरी तरह फेल साबित हुई। अलर्ट के बावजूद आरोपी का उज्जैन तक पहुंचना, न सिर्फ सुरक्षा के दावों की पोल खोलता है बल्कि मिलीभगत की ओर इशारा करता है।

प्रियंका गांधी ने कहा, तीन महीने पुराने पत्र पर ‘नो एक्शन’ और कुख्यात अपराधियों की सूची में ‘विकास’ का नाम न होना बताता है कि इस मामले के तार दूर तक जुड़े हैं। यूपी सरकार को मामले की CBI जांच करा सभी तथ्यों और प्रोटेक्शन के ताल्लुकातों को जगज़ाहिर करना चाहिए।
एनकाउंटर के बाद प्रियंका ने ट्वीट कर सवाल किया, अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको संरक्षण देने वाले लोगों का क्या?

आप के नेता संजय सिंह ने ट्वीट किया, योगी सरकार आज भी सवालों के घेरे में है, सत्ता, अपराधी और पुलिस का गठजोड़ विकास दूबे को पैदा करता है वो तो मारा गया लेकिन सत्ता में बैठे लोगों और आपराधिक कृत्य में शामिल पुलिसवालों पर उठे सवालों का जवाब मिलेगा या विकास दूबे के साथ वो सवाल भी दफ़न हो जायेंगे?



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