देश के 29 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट, जानें देश में अगले 48 घंटे कैसा रहेगा मौसम

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दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार (24 जून) की रात हुई बारिश ने जहां तापमान को कुछ हद तक नीचे ला दिया, वहीं उमस में इज़ाफा भी देखने को मिला। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार दिल्ली में 30 जून तक बारिश की संभावना बनी रहेगी। हालांकि बुधवार (25 जून 2025) सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे पर हवा में नमी के कारण लोग पसीने से बेहाल रहे।

दिल्ली में आज अधिकतम तापमान 34°C और न्यूनतम 28°C रहने का अनुमान है। लगातार बारिश से ग्राउंडवाटर रिचार्ज हो रहा है, लेकिन जलभराव की समस्या ट्रैफिक को प्रभावित कर रही है। पर्यावरण जानकारों का मानना है कि दिल्ली में अब बरसात का पानी बचाने पर गंभीरता से काम करने की जरूरत है ताकि मानसून का अधिकतम लाभ मिल सके।

देश के 29 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट

आज (26 जून 2025) भी देश के 29 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, लेकिन पिछले कुछ घंटों में सबसे ज्यादा खौफनाक स्थिति हिमाचल प्रदेश की रही है। जहां हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला के पास बादल फटा है। ये आपदा लूंगटा पावर प्रोजेक्ट के पास आई, जिसकी वजह से 20 मजदूर पानी में बह गए और 2 की मौत हो गई। धर्मशाला के मणुणी खड्ड में भी पानी के तेज बहाव में लगभग 15 से 20 मज़दूर बह गए। वहीं देश के 11 राज्यों में बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इसमें गुजरात, राजस्थान, उत्तराखंड, झारखंड, एमपी, ओडिशा, पंजाब, तमिलनाडु, केरल, तटीय कर्नाटक और मध्य महाराष्ट्र शामिल है।

यूपी और बिहार में मानसून की दस्तक से मिली राहत

उत्तर प्रदेश और बिहार दोनों राज्यों में मॉनसून की आमद हो चुकी है। मौसम विभाग ने बिहार के कई ज़िलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसमें भागलपुर, मुंगेर, खगड़िया जैसे क्षेत्र प्रमुख हैं। झमाझम बारिश से किसानों को राहत मिली है, खासकर धान की बुआई करने वालों के लिए यह मौसम वरदान साबित हो सकता है। उत्तर प्रदेश के पश्चिमी भागों, जैसे सहारनपुर, मुरादाबाद, बिजनौर, बरेली में गरज-चमक के साथ भारी बारिश का अलर्ट है। कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह बारिश इसी तरह अगले 5-6 दिनों तक जारी रही तो खरीफ फसलों की बुआई में तेजी आएगी।

केदारनाथ और बद्रीनाथ में बारिश बनी आफत

उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश एक आपदा का रूप ले चुकी है। केदारनाथ, बद्रीनाथ और गंगोत्री जैसे तीर्थस्थलों पर भारी बारिश के चलते भूस्खलन (लैंडस्लाइड) की घटनाएं बढ़ी हैं। इससे ना सिर्फ श्रद्धालुओं को परेशानी हो रही है बल्कि कई रास्ते भी बंद हो गए हैं। उत्तराखंड सरकार ने यात्रा मार्गों पर सुरक्षा बल तैनात कर दिए हैं और चेतावनी जारी की गई है कि गैर-जरूरी यात्रा से बचें। NDRF और SDRF की टीमें सक्रिय हैं। मौसम विभाग ने इन क्षेत्रों में अगले 48 घंटे तक भारी बारिश का अनुमान जताया है।

राजस्थान को राहत

राजस्थान के पूर्वी जिलों, कोटा, बूंदी, बारां और झालावाड़ में मॉनसूनी बारिश जारी है। मौसम विभाग ने बीकानेर और जोधपुर में 29 जून तक भारी बारिश की संभावना जताई है। यह राज्य जहां हर वर्ष पानी की भारी किल्लत झेलता है, वहां इस बार की बारिश सकारात्मक संकेत दे रही है। जलाशयों में पानी बढ़ रहा है और किसान खेतों की तैयारी में जुट गए हैं। जल संसाधन विभाग का कहना है कि इस बार भूजल स्तर में भी सुधार देखा जा रहा है।

कश्मीर में भीगने लगा वादी का मौसम

कश्मीर घाटी में बुधवार (25 जून 2025) को बारिश से मौसम सुहावना हो गया। श्रीनगर जैसे शहरों में मंगलवार रात जून महीने का सबसे गर्म तापमान रिकॉर्ड किया गया था, लेकिन बुधवार की बारिश ने तापमान को संतुलित कर दिया। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार तक हल्की से मध्यम बारिश होती रहेगी और आसमान में बादल छाए रहेंगे। पर्यटन के लिहाज से यह समय कश्मीर आने वालों के लिए काफी बेहतर है, लेकिन कुछ जगहों पर लैंडस्लाइड की आशंका को लेकर प्रशासन ने सतर्कता बरती है।

सूरत में बाढ़ जैसे हालात, रेड अलर्ट जारी

गुजरात का सूरत शहर पिछले कुछ दिनों की मूसलाधार बारिश से जलमग्न हो गया है। पार्वत, सिमडा, पुन, लिम्बायत और पाल जैसे क्षेत्रों में सड़कों पर इतना पानी भर गया है कि लोगों की दिनचर्या ठप हो गई है। नगर निगम की जल निकासी व्यवस्था फेल हो गई है। दुकानों, घरों और अस्पतालों तक में पानी भर गया है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। आम नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है और आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर सक्रिय कर दिए गए हैं।



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